विधायक सरयू राय ने की शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक, क्षेत्र के तीन स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाने का निर्णय
जमशेदपुर
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक सरयू राय ने आज शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी एस डी तिग्गा, जिला शिक्षा अधीक्षक विनित कुमार तथा शिक्षा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि एस पी सिंह उपस्थित थे। बैठक में विगत 8 अक्टुबर, 2020 को हुई बैठक की समीक्षा करने के साथ ही आगामी कार्यकलापों पर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक विभिन्न निर्देश भी दिए गए।
इसके तहत आगामी 15 जनवरी को अपराह्न तीन बजे क्षेत्र के सभी उच्च विद्यालयों के प्रतिनिधियों और डीईओ के साथ सर्किट हाउस में बैठक कर विद्यालयों की समीक्षा कर उनके शैक्षिक एवं भौतिक विकास की रूप रेखा तैयार करने को कहा गया। इशी तरह 21 जनवरी को पिपुल्स एकेडमी उच्च विद्यालय में 3 बजे प्रथमिक विद्यालय के एसएमसी के अध्यक्ष एवं प्रधानाध्यापक की बैठक होगी और शाम 4 बजे से मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष के साथ विद्यालय की समीक्षा बैठक कर शैक्षिक एवं भौतिक विकास की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
इसके साथ ही क्षेत्र के तीन विद्यालय पीपुल्स एकेडमी, टाटा वर्कस सिदगोड़ा एवं बीपीएम उच्च विद्यालय, बर्मामाइंस को मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित करने पर विचार किया गया। इसी तरह माइकल जॉन बालिका उच्च विद्यालय में बालकों के भी नामंकन हेतु कार्रवाई तय कर इसी सत्र से सह शिक्षा की व्यवस्था करने का निर्णय लेने पर भी सहमति बनी। इस बैठक में जिन विद्यालयों में बिजली की व्यवस्था नहीं है उसे विद्युतीकरण करने की पहल शुरू कर एक माह के अंदर विद्युत बहाल करने का कार्य करने पर भी सहमति बनी। इतनी ही नहीं विषयवार शिक्षकों की कमी को देखते हुए आगामी बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए डीईओ सभी उच्च विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को आदेश पत्र देंगे। इसके तहत +2 स्कलों के शिक्षक एवं बगल के विद्यालय के संबंधित विषय के शिक्षक से सहयोग लें सकेंगे। इसके अलावा उच्च विद्यालय को उत्क्रमित कर +2 विद्यालय बनाने हेतु पीपुल्स एकेडमी एवं बिरसानगर उच्च विद्यालय का नाम प्रस्तावित किया गया। बैठक में सभी कोटि के विद्यालय की वार्ड शिक्षा समिति/ प्रबंध समिति, जिनकी अवधि तीन वर्ष से अधिक हो गयी है उसकी समीक्षा कर नई कमिटी गठित करने पर भी सहमति बनी।
यही नहीं जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए डीईओ तथा डीएसई के साथ स्वयं विधायक द्वारा सभी विद्यालयों का स्थल निरीक्षण कर वहां की समस्या से रूबरू होते हुए शैक्षिक व्यवस्था बहाल करने पर कारवाई करते हुए एक वर्ष के अंदर शैक्षणिक सुधार बहाल करने की दिशा में पहल का निर्णय लिया गया।