संकट के दहलीज पर लोकतंत्र का चौथा स्तंभ इसे बचाने की जरूरत

जमशेदपुर : पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। हम पत्रकार सभी
विपरीत परिस्थितियों को झेलते हुए अपना काम करते हैं। इसके बाद भी
पत्रकारों पर आये दिन हो रहे हमले लोकत्रंत के लिए शुभ संकेत नहीं हैं। रांची के पत्रकार साथी बैद्यनाथ महतो, सरायकेला के पत्रकार साथियों के साथ पुलिस द्वारा मारपीट तथा आज रांची में पुनः पत्रकार राकेश पांडेय पर असामाजिक तत्वों द्वारा जानलेवा हमला काफी चिंता का विषय है। इन घटनाओं के कारण राज्य के पत्रकारों में काफी रोष है। प्रेस क्लब ऑफ जमशेदपुर इन घटनाओं के विरोध से लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शित कर रहा है। अतः आप से निवेदन है कि स्वतः संज्ञान लेते हुए जिले में तथा राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाएं।
