“यास” नहीं आया रास नदी के निचले इलाकों में बसे लोगों के लिए बना सरदर्द।
जमशेदपुर : साइक्लोन ‘यास’ का असर कल पूरे राज्य में देखा गया तेज हवाओं के साथ वर्षा भी हुई जो देर रात तक चली। इस वर्षा के कारण सुवर्णरेखा और खरकाई नदी अपने उफान पर है। जल स्तर बढ़ने की वजह ओडिशा के डैम से पानी छोड़ा जाना है। यह पानी आकर इन दोनों नदियों से मिला, जिस वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। ओडिशा के बयांगबिल डैम से पानी छोड़ा गया है। डैम के सहायक अरुण केरकेटा ने बताया कि डैम के 2 फाटक को खोल कर पानी छोड़ा गया। और 2 बजे के बाद फाटक को बंद कर दिया गया। अभी फाटक खोलने की कोई भी योजना नहीं है। यहां दो फाटक 0.6 मीटर तक खोला गया था दोपहर 2 बजे। साथ ही वहां से पानी छोड़ने की वजह से खरकाई नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 4 फीट ऊपर आ चुका है। और इस वजह से आसपास के इलाके और बस्ती में पानी घुस गया। वही आदित्यपुर के निचले इलाकों में भी पानी घुसा है। साथ ही सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर अभी खतरे के निशान को पार कर करीब 1 मीटर ऊपर आ गया है। जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। सुवर्णरेखा नदी में पानी बढ़ने की वजह से आसपास की बस्तियों में रहने वाले लोगों को बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। अचानक से आए पानी के बहाव के वजह से उन्हें अपने पशुओं को दूसरी जगह बांधना पड़ा। साथ ही अपने घरों के समान को निकालकर ऊपरी इलाके में आ कर रहना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक जलस्तर कम नहीं होता वह अपने घर में वापस नहीं जा सकते।