स्वामी विवेकानंद की 119 वीं पुण्यतिथि मनाई गई
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जमशेदपुर : उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए! युवाओं के आदर्श भारत की महान संस्कृति एवं गौरवशाली परंपरा के सांवहक श्री नरेंद्र दत्त जिन्हें हम स्वामी विवेकानंद के नाम से जानते हैं आज 119 वर्ष पुण्यतिथि के पूरे हो गए,भारतवर्ष की ओर से उन्हें कोटि-कोटि नमन! उनके बारे में जितना मैं कहूं उतना कम है, कायस्थ परिवार में जन्मे स्वामी विवेकानंद जी खुद भूखा रहकर दूसरों की पेट पहले भरते थे सिद्धि प्राप्ति के लिए समुंदर की कठिन लहरों की परवाह ना करते हुए, स्वयं बाहर वर्षा में रात भर भीगते ठिठुरते पड़े रहते और अतिथियों को अपने बिस्तर पर सुला देते हैं, मात्र 25 वर्ष की उम्र में पैदल ही पूरे भारतवर्ष की पैदल यात्रा, अमेरिका में आयोजित सर्वधर्म परिषद में मेरा देश महान भारत के प्रतिनिधि के रूप से पूरे भारतवर्ष और पूरा विश्व में हमारा भारत महान होने का संदेश देने वाले महान व्यक्तित्व के बारे में जितना भी कहा जाए कम ही है! उनकी बातें और उनका त्याग भले ही आज के व्यस्त जीवन में भारत सहित विश्व के जन गन भूलते जा रहे हैं, लेकिन मुझे यकीन है स्वामी विवेकानंद जी का कृपा पूरे भारत देश पर बनी हुई है! आज मैं गर्वित हूं मैं कायस्थ परिवार और महान देश भारत में जन्म लिया हूं, जय हिंद