ईरान-इजरायल युद्ध के बीच भारत करेगा 10 हजार नागरिकों का रेस्क्यू, 2 कश्मीरी छात्र घायल

न्यूज़टेल डेस्क:ईरान और इजरायल के बीच चल रहे भीषण संघर्ष ने चौथे दिन और भयावह रूप ले लिया है। अब तक इस युद्ध में ईरान के 224 और इजरायल के 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इस टकराव से न सिर्फ क्षेत्रीय अशांति बढ़ी है, बल्कि वहां रह रहे भारतीयों की सुरक्षा को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। ईरान में इस समय करीब 10 हजार भारतीय नागरिक फंसे हैं, जिनमें अधिकतर छात्र हैं जो धार्मिक और मेडिकल शिक्षा के लिए वहां गए थे।

इस स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने विशेष रेस्क्यू ऑपरेशन की घोषणा की है। सरकार ने बताया कि ईरान सरकार ने विदेशी नागरिकों को सुरक्षित निकालने की अनुमति दे दी है, और भारतीयों को अजरबैजान, तुर्कमेनिस्तान और अफगानिस्तान के रास्ते सुरक्षित निकाला जाएगा। सीमावर्ती इलाकों में भारतीय दूतावास और अन्य एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय कर दी गई हैं ताकि नागरिकों को सुरक्षित देश वापस लाया जा सके।

तेहरान के यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज के छात्रावास के पास हुए हमले में दो भारतीय छात्र घायल हो गए हैं, जो कश्मीर के रहने वाले हैं। इस हमले के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से उन्हें रामसर शहर में स्थानांतरित कर दिया है। भारतीय दूतावास लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में है और हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है। भारत सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे शांत रहें, अफवाहों से दूर रहें और हर परिस्थिति में दूतावास से संपर्क बनाए रखें।