नालसा जजमेंट का दसवां वर्षगांठ संपन्न, कहा: ट्रांसजेंडर वेलफेयर अभी तक नहीं बना 10 साल पहले नालसा जजमेंट ने दिया था आदेश, झारखंड सरकार ने ट्रांसजेंडर को 2% आरक्षण की कही थी बात, लागू भी करे, ट्रांसजेंडर आगे बढ़ना चाहते हैं बस सरकार और समाज दे मौका

न्यूज़ टेल/जमशेदपुर: (साहिल अस्थाना) उत्थान सी.बी.ओ ने गोलमुरी अनिवासी हो समुदाय भवन में शनिवार को नालसा जजमेंट के 10वी वर्षगांठ खुशी पूर्वक मनाई।
टाटा स्टील ने ट्रांसजेंडरों को स्वीकारा
साथ ही संस्था के सचिव ने अफ़सोस भी जताया कि नालसा जजमेंट ने हमे ट्रांसजेंडर होने का अधिकार तो दे दिया पर झारखंड में आज तक हमारे लिए कुछ नहीं हो पाया। बस टाटा स्टील ने हमे झारखंड में स्वीकार किया। आज हम झारखंड के और पूरे भारत के ट्रांसजेंडर टाटा स्टील में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा हम ट्रांसजेंडर समुदाय पूरे दिल से एम.डी टी.वी नरेंद्र सर, वी.पी.एच आर एम अत्रि सान्याल जी का धन्यवाद करते है। विशेष करके सुधीर सिंह जी का।
झारखंड की सरकार है चुप
लेकिन झारखंड की सरकारें चुप हैं। अभी तक झारखंड सरकार ने ट्रांसजेंडर वेलफेयर तक नहीं बनाया। जिसका आदेश नालसा जजमेंट ने 14 अप्रैल 2014 को दिया था। आज 10 साल हो गये। उन्होंने कहा हम सरकार से यही मांग करते हैं कि जैसा उन्होंने 2% ट्रांसजेंडर समुदाय के आरक्षण की बात की है तो उसको लागू भी करे ताकि हमारे समुदाय के लोग हर विभाग में दिखे। ट्रांजेंडर समुदाय भी कुछ कर के आगे बढ़ान चाहता है बस समाज और सरकार थोड़ा मौका दे।
उत्थान सी.बी.ओ झारखंड में 5 जिलों में कार्य कर रही है।
पूर्व सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, रांची सरायकेला खरसवां और धनबाद। उत्थान संस्था सी.एस.आर से और सरकारों से संस्था के लिए सहयोग भी चाहती है । ताकि वो समुदाय को आगे लेकर आ सके।
इस संस्था के सहयोगी संस्था के संस्थापक अमरजीत सिंह,अर्पित पांडे, हेमंत,अरुणा, जय देव, मोनी, आलिया किन्नर, पीहू किन्नर, जन्नत और अर्श लगतार सरकारी और गैर सरकारी विभागो में जा कर सरकार को क्या काम करना है क्या क्या लागू है क्या क्या दस्तावेज होने चाहिए
हमेशा इसके लिए कार्य करते रहते हैं।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्वी घोष, पूजा सिंह, वरिष्ठ पत्रकार अन्नी अमृता, एडवोकेट रविन्द्र, जे.एन.ए.सी से आसिया अहमद खान, चाणक्य वर्मा उपास्थित थे।