झारसुगुड़ा के रहने वाली किन्नर समाज की दिव्यांशी किन्नर जमशेदपुर के अजय सिंह पुजारी से गुरु दीक्षा धारण कर गुरुमुखी हुई
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न्यूज़ टेल/डेस्क: (साहिल अस्थाना) उड़ीसा के झारसुगुड़ा के रहने वाली किन्नर समाज की दिव्यांशी किन्नर जमशेदपुर के अजय सिंह पुजारी से गुरु दीक्षा धारण कर गुरुमुखी हुई।

ज्ञात हो यह दीक्षा श्री कुल की है। सात्विक नियम का जिसमें, रक्त, बलि प्रथा से कोई भी पूजा पाठ विधि नहीं होती, सिर्फ फल-फूल से पूजा की जाती है।

अजय सिंह पुजारी ने कहा कि गुरु शिष्य का रिश्ता एक ऐसा रिश्ता है जो कभी नहीं टूटता है। गुरु दीक्षा के समय गुरु शिष्य के कान में एक गुप्त मंत्र देते हैं जिसे कोरनोमंत्र कहते हैं।
अजय सिंह पुजारी ने बताया कि यह मंत्र शिष्य को अला, बला, दुर्घटना से बचाता है और हर कामयाबी हासिल कराता है। अगर शिष्य यह मंत्र का दिल से ध्यान लगा कर अच्छे के लिए उपयोग करता है तो बहुत मानव का कल्याण होता है।