हजारीबाग पुलिस की बड़ी सफलता: हार्डकोर नक्सली सुनील गंझू गिरफ्तार, बेलतू नरसंहार का था आरोपी
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झारखंड:हजारीबाग पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने हार्डकोर माओवादी और पूर्व जनरल कमांडर सुनील गंझू को गिरफ्तार किया है, जिसके खिलाफ विभिन्न थानों में 54 आपराधिक मामले दर्ज हैं। सुनील गंझू को झारखंड का “टेरर” कहा जाता था और यह राज्य के चर्चित बेलतू नरसंहार मामले का भी आरोपी रहा है।पुलिस के अनुसार, 2001 में हजारीबाग जिले के बेलतू गांव में हथियारबंद माओवादियों ने 13 ग्रामीणों की निर्मम हत्या कर दी थी। बताया जाता है कि घटना के बाद नक्सलियों ने मृतकों के सिर से फुटबॉल खेला था। झारखंड गठन के बाद यह पहली सामूहिक हत्या की वारदात थी जिसने पूरे राज्य को दहला दिया था।

हजारीबाग एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि जोराकाट क्षेत्र में 4 से 5 संदिग्ध व्यक्ति सक्रिय हैं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके की घेराबंदी की। इस दौरान एक व्यक्ति हाथ में झोला लिए पकड़ा गया, जिसने पूछताछ में अपना नाम सुनील गंझू बताया। तलाशी के दौरान उसके पास से नक्सली पर्चे और दस्तावेज बरामद किए गए।

पुलिस पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह अपने संगठन के 4-5 साथियों के साथ हजारीबाग क्षेत्र में सक्रिय था और कोल कंपनियों, ठेकेदारों व कोयला व्यापारियों से लेवी वसूलने आया था। बताया जा रहा है कि सुनील गंझू भाकपा (माओवादी) संगठन के उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र के रीजनल कमांडर सहदेव महतो और कमांडर नताशा को भी शरण देने का काम करता था।पुलिस के मुताबिक, उसकी गिरफ्तारी से नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है। सुनील गंझू की भूमिका संगठन के विस्तार और सक्रिय दस्तों को सहयोग पहुंचाने में अहम थी। एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि इस गिरफ्तारी से नक्सलियों की गतिविधियों पर रोक लगेगी और संगठन की कमर टूट गई है।
