योग हमारे देश की अमूल्य धरोहर है : आर्य प्रहलाद भगत

रांची: योग एक ऐसी आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का प्रयास किया जाता है। विज्ञान की कसौटी पर पूरी तरह से खरा उतरने के कारण आज पूरा विश्व योग का अनुसरण कर रहा है। युवा वर्ग भी योग से जुड़कर आगे बढ़ रहा है। योग को विज्ञान पर आधारित आध्यात्मिक अनुशासन माना जाता है इसके जरिए मन और शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित किया जा सकता है। यही वजह है कि भागदौड़ की जिंदगी में युवा वर्ग योग से जुड़ लाभान्वित हो रहा है। कम उम्र में ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके रांची के आर्य प्रहलाद भगत पिछले सात वर्षों से दूसरों को सिखा रहे हैं। आर्य प्रहलाद भगत कहते हैं कि योग हमारे देश की अमूल्य धरोहर है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निखारने का काम किया है। वे कहते हैं कि कोरोना संक्रमण काल में योग के फायदे सबके सामने है। बड़ों के साथ स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चे भी अब योग से जुड़ने लगे हैं। कॉलेज की पढ़ाई कर रही नूपुर पिछले कुछ सालों से लगातार योग कर रही हैं और उन्हें योग के फायदे भी नजर आने लगे हैं। योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के यूज से हुई है जिसका अर्थ होता है जुड़ना या फिर एकजुट होना। मतलब स्पष्ट है कि मन और शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित करना ही योग है।