कस्टडी में मौत का मामला झारखंड विधानसभा तक पहुंचा, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
राँची: रांची के रहने वाले सतीश वर्मा नामक युवक की पुलिस कस्टडी में मौत का मामला झारखंड विधानसभा तक पहुंच गया है. भाजपा विधायक रणधीर कुमार सिंह ने पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, राजधानी रांची में मॉब लिंचिंग हो जाती है और सरकार खामोश बैठी रहती है। सरकार का बचाव करने आए कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि, पूरे मामले की जांच की जा रही है। अगर किसी तरह की लापरवाही की बात सामने आई तो वे खुद कार्रवाई की मांग करेंगे।
इस पूरे मामले को लेकर रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही पूरे मामले की जांच का जिम्मा रांची के सिटी एसपी सौरव को सौंपा गया है. हालांकि, पुलिस इस पूरे मामले को लेकर कुछ भी बोलने से बच रही है।

इस मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। एक आरोपी का नाम अमरजीत है जबकि दूसरे का नाम अलख देवराय है। झारखंड प्रगतिशील मजदूर यूनियन ने अलख देव की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं। यूनियन का आरोप है कि पुलिस खुद को बचाने के लिए बेकसूर लोगों को गिरफ्तार कर रही है।
आपको बता दें कि, परसों की रात रांची के नव्वाटोली में मोटिया मजदूरों ने चोरी के कथित आरोप को लेकर सतीश वर्मा नामक युवक की जमकर पिटाई कर दी। बाद में पीसीआर को जब इस मामले की जानकारी हुई तो युवक को अस्पताल ले जाने के बजाय उसे कोतवाली थाना हाजत में रखा गया। मृतक के परिजनों का आरोप है कि, पुलिस ने भी युवक की रात भर पिटाई की जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि, पुलिस इससे इंकार करती है। कोतवाली थाना के थाना प्रभारी सतीश प्रसाद की मानें तो पुलिस इलाज के लिए युवक को सदर अस्पताल ले भी गयी लेकिन वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।