कल से आम बगान में लगेगा मंगला हाट, बन्ना गुप्ता से भी फुटपाथी दुकानदारों की उम्मीद टूटी

जमशेदपुरः जमशेदपुर के साकची मार्केट सहित अन्य बाजार से फुटपाथी दुकानदारों को जिला प्रशासन हटा रहा है, लेकिन वे हैं कि दूसरी जगह जाने को तैयार नहीं हैं। इसे लेकर कई बार स्थिति विपरित हो जाती है। इन सबके बीच झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता फुटपाथी दुकानदारों के समर्थन में आए। उन्होंने साफ कहा कि किसी कीमत पर मंगला हाट के दुकानदारों को रोजी रोटी की समस्या नहीं उत्पन्न होने देंगे। वहीं दुकानदारों का कहना है कि मंत्री के सहयोग के आश्वासन के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा दुकानदारों को तंग किया जा रहा है।

गौरतल है कि जमशेदपुर का सबसे बड़े बाजार साकची में हर रोज फुटपाथ पर दुकानें सजती है, लेकिन मंगलवार को भीड़ कुछ ज्यादा ही रहती है। यहां जिला प्रशासन द्वारा दुकान न लगाने का आदेश जारी किया गया है, इसके बावजूद दुकानदार फुटपाथ पर दुकानें सजा रहे हैं। आज एक बार फिर मंगलवार को फुटपाथ पर दुकानें सजायी गईं।
इसके बाद आज पुलिस दुकानदारों को हटाने पहुंची तो उनके समर्थन में मंत्री बन्ना गुप्ता आ गए। हुआ यह कि सभी दुकानदार भागकर सीधे बन्ना गुप्ता के पास पहुंचे औऱ कहा कि मंत्री के आदेश के बावजूद जिला प्रशासन दुकानों को हटा रहा है। दुकानदारों का कहना था कि मंत्री जी का आदेश था कि वैकल्पिक व्यवस्था के बाद ही मंगला हाट की दुकानें हटायी जाएंगी, लेकिन प्रशासन जबरदस्ती कर रहा है।

गौरतलब है कि साकची मंगला हाट वर्षों पुराना है, जहां गरीबों के लिए कम दर पर समान बेचा एवं खरीदा जाता है। फिलहाल जिला प्रशासन इन फुटपाथी दुकानों को हटा कर आमबगान मैदान में स्थानांतरित करना चाहती है और दुकानदार आम बगान नहीं जाना चाहते औऱ इसके विरोध में वे मंत्री बन्ना गुप्ता के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंच गए थे। बन्ना गुप्ता ने मकर संक्रांति तक इन दुकानों को नहीं हटाने को कहा था, लेकिन आज फिर जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई तो दुकानदार एख बार फिर भागकर बन्ना गुप्ता के पास पहुंच गए। बन्ना गुप्ता ने कहा कि साकची आम बगान मैदान में स्थायी व्यवस्था कर दी गई है औऱ कल से वहीं दुकानें लगेंगी। इस बात से दुकानदार थोड़े खफा औऱ भयभीत हैं। उनका कहना है कि अगर मकर संक्रांति तक उन्हें राहत मिलती तो कोरोना के कारण हुए नुकसान की थोड़ी भरपायी हो सकती थी, लेकिन अब मंत्री से भी उनकी जो उम्मीद थी वह टूट गई।