सरस्वती माता के साथ कोरोना राक्षस भी.

जमशेदपुरः
जमशेदपुर में इस साल माता सरस्वती की प्रतिमा के साथ कोरोना राक्षस की प्रतिमा भी बनायी गई है। इतना ही नहीं कोरोना काल की सारी बातों जैसे कोरोना राक्षस, सफाई कर्मी, नर्स और डॉक्टर के साथ लॉकडाउन में हजारों किलोमीटर पैदल चलते मजदूरों को सरस्वती माता की प्रतिमा निर्माण में दर्शाया गया है।

ज्ञान की देवी वीणा वासनी माता सरस्वती की पूजा 16 फरवरी को है। जमशेदपुर में पूजा की तैयारी जोरों पर दिखाई पड़ रही है। इस पूजा के लिए मूर्तिकार अपने एक वर्ष बर्बाद हो जाने के बाद कुछ कमाई के लिए अनेकों सुंदर और अदभुत मूर्ति का निर्माण करने में जुटे हैं, मगर मूर्तिकारों की कारीगरी को खास बनाता है मनमोहक मूर्तियों के साथ यह कोरोना मूर्ति जो माता की मूर्ति के साथ बना है। इसके मुंह और सिर में कील घुसाकर कोरोना राक्षस के समान बनाया गया है। इसके अलावा नर्स, डॉक्टर और सफाई कर्मी भी बनाया गया है। वहीं दूसरी मूर्ति में माता सरस्वती की मूर्ति के साथ कोरोनाकाल मे लॉक डाउन के समय पैदल घर आने वाले मजदूरों की पीड़ा को भी मूर्ति के माध्यम से दर्शया गया है जो इस बार माता की पूजा को खास बनाता है। इस अनोखी सोच को पूजा में मूर्ति के रूप में प्रदर्शित करने वाले मूर्तिकार बताते हैं कि कोरोना एक कहर था जिसकी चिंता सभी को करने की जरूरत है इस कारण यह कोरोना वाली मूर्ति बनाई गई है। यह कोरोना वाली मूर्ति माता के साथ लोगो को खूब भा रही है, जिसकी डिमांड भी काफी है, लेकिन समय के कारण वे लोग बना नहीं पा रहे हैं।