झारखंड विधानसभा में गूंजा डीवीसी का मुद्दा….
1 min readराँची : झारखण्ड विधानसभा के बजट सत्र के आठवें दिन DVC ( Damodar vailly corporation ) की मनमानियो का मुद्दा गुंजा ।
सदन में कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला और निर्दलीय विधायक अमित यादव के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत इस मुद्दे को सदन में उठाते हुए DVC पर नकेल कसने की मांग सदन के माध्यम से की । जिसके जवाब में सदन नेता मुख्यमंत्री ने कहा कि DVC की मनमानी से झारखंड त्रस्त है। हमारे ही संसाधनों पर चल रहा DVC हमपर हेकड़ी दिखाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार DVC पर नकेल कसने को तैयार है। विपक्ष को भी इस मुद्दे पर हमारा सहयोग करना होगा। सदन सहमत हो तो हमलोग निश्चित रूप से DVC के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि DVC केंद्र सरकार का उपक्रम है, लेकिन यह हमारे संसाधनों के भरोसे चलता है। यह निगम मोनोपोली की नीति के तहत काम कर रहा है। अभी कुछ दिनों पहले केंद्र ने हमारे राज्य के खाते से करोड़ों की रकम काट ली । DVC आम जनता और गरीबों को बिजली नहीं देता, बल्कि सिर्फ पूंजीपतियों और औद्योगिक घरानों के हित साधता है, क्योंकि इसे वहां से ज्यादा पैसा मिलता है। DVC सोशल एक्टिविटी में भी भाग नहीं लेता। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में सर्वसम्मति से निर्णय हो जिसमे विपक्ष की भी सहमति हो तो DVC पर नकेल कसने के लिए सरकार तैयार है।
बता दें कि कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला और निर्दलीय विधायक अमित यादव ने ध्यानाकर्षण के दौरान DVC की मनमानी का मसला उठाया था. इन विधायकों का कहना था किDVC न तो अपनी सोशल रिस्पांस्बिलिटी निभाता है, न झारखंड में अपने कमांड एरिया में कायदे से बिजली की आपूर्ति करता है।
वही विपक्षी MLA विधायको का कहना था कि विपक्ष तैयार है हर स्तर पर। साथ ही कहा कि इसपर चर्चा करने को तैयार है कि आखिर किसकी गलत नीतियों का खामियाजा प्रदेश भोगने को विवश है।