जरूरत, कर्तब्य और सेवा की दिखी अनोखी मिशाल
1 min readजमशेदपुर : जरूरत, कर्तब्य और सेवा की दिखी अनोखी मिशाल। पुलिस का वह चेहरा जिसे लोग डरते है मगर जमशेदपुर पुलिस ने डॉक्टर, इंजीनियर, आईपीएस बनने के लिए इस कोरोना काल मे गरीब मेघावी सैकड़ो बच्चों को ऑनलाइन क्लास करने के लिए बाटे स्मार्ट मोबाइल। देश के भविष्य गरीब और मेधावी छात्र छात्राओं की ऑनलाइन पढ़ाई में परेशानी नही हो जिसको लेकर जमशेदपुर पुलिस ने आज फिर करीब 67 एनरोइड मोबाईल छात्र छात्राओं के बीच बांटा है,इस मौके पर एसएसपी एम तमिल वानन,सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट,जिला शिक्षा पदाधिकारी और तमाम पुलिस कर्मियों के साथ स्कूल के टीचर और अभिभावक मौजूद थे, करीब 550 सौ मोबाइल दान के रूप में पुलिस को दिया गया है ,जो बच्चों में बांटा जा सके,उस प्रयास में पुलिस मोबाइल कलेक्शन का कार्यक्रम शुरू किया और इसमें लोगो का भरपूर सहयोग पुलिस को मिला है,जिसके बाद पुलिस खुद अपनी हाथों से वैसे बच्चो को मोबाइल प्रदान किया है जिनके माता पििता सक्षम है या कोई कारण से नही खरीद नही पा रहे है,उसके लिए डीजीपी के आयी आदेश के बाद पुलिस लोगो से मोबाइल सहयोग के तौर पर मांगा जिसमे पुलिस को अच्छी खासी सहयोग लोगों ने की है,ताकि ऑनलाइन बच्चो की पढ़ाई में दिक्कत ना हो,और आगे चल कर वे कुछ कर सके। जहा बच्चों काफी उत्साह दिखा जहा बच्चों ने कहा आज का यह सहयोग से अपने सपनो को उड़ान देंगे और पूरी मेहनत कर आगे लक्ष्य की योर बढ़ेंगे। शिक्षा का संकल्प लेते ये मेघावी छात्र जो जिला ips के समक्ष संकल्प लिया जहा जिला के शिक्षा अधिकारी ने बताया यह सहयोग कल समाज का भविष्य निर्धारित करेगा। शहर थानों में उपकरण बैंकों में जमा कराने वाले मोबाइल दाता भी कार्यक्रम में शामिल हुए जिनका मनना है इससे बड़ा सेवा और कुछ नही आत्मिक सुख मिलता है किसी को सहयोग करने के बाद। एसएसपी एम तमिल वानन ने कहा है और भी मोबाइल देने का कार्यक्रम है ताकि मेधावी और गरीब बच्चों की पढ़ाई में दिक्कत ना हो सके और आगामी दिनों में अच्छी शिक्षा पा समाज के साथ देश का नाम रौशन करे ये मेघावी बच्चे। देखना अब यह होगा की पुलिस का यह सफल प्रयास सफलता की कौन सी सीढ़ी को आगामी दिनों में चढ़ती है ।