सच्चाई तो यह है कि भारत में आजादी की लड़ाई की असली शुरूवात 1855 में ही हो गई थी : जटा शंकर पान्डेय

जमशेदपुर : हुल दिवस के अवसर पर नारायण आईटीआई एनएच 32 लूपुंग दीह चांडिल झारखंड में 1855 के हुल आंदोलन के अगुआ सिंधु कानू चांद भैरव आदि को याद करते हुए सिंधु कानू के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन प्रो जटा शंकर पाण्डेय ने कहा कि सच्चाई तो यह है भारत की आजादी की लड़ाई की असली शुरूवात 1855 में ही हो गई थी जिसकी अगुआई सिंधु कानू चांद भैरव आदि महापुरुषों ने किया।1857 के आंदोलन की प्रेरणा हुल आंदोलन से ही मिली। आज उन शहीदों के बलिदान को कभी भी नहीं भुलाया जा सकता है। आज उन शहीदों से देश भक्ति की प्रेरणा लेने की जरूरत है। इस अवसर पर श्री कृष्णानंद ओझा, श्री हरिश्चंद्र दास, श्री शांति राम महतो, श्री अजय मंडल,श्री पवन कुमार महतो, श्री नीमाई मंडल आदि उपस्थित थे।