2030 तक पेट्रोल में 30% इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य, अब तक ₹21.2 लाख करोड़ की विदेशी मुद्रा बचत, किसानों को मिला लाभ
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न्यूज़टल डेस्क:भारत सरकार पेट्रोल पर निर्भरता कम करने और स्वदेशी जैव ईंधन (बायोफ्यूल) को बढ़ावा देने के लिए 2030 तक पेट्रोल में 30% इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य तय कर रही है। वर्तमान में यह स्तर करीब 20% तक पहुंच गया है, जो कि पहले 2025 तक हासिल करने का लक्ष्य था। इथेनॉल मिश्रण नीति से देश को ऊर्जा सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण सुरक्षा में भी मदद मिल रही है।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अनुसार, इथेनॉल मिश्रण से अब तक लगभग ₹21.2 लाख करोड़ की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है और 19.3 मिलियन मीट्रिक टन क्रूड ऑयल को इथेनॉल से बदला गया है। साथ ही, इस नीति से किसानों को भी बड़ा आर्थिक फायदा मिला है। इंडियन शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ISMA) के मुताबिक, पिछले 10 वर्षों में किसानों को लगभग ₹21.04 लाख करोड़ का भुगतान इथेनॉल की आपूर्ति के बदले किया गया है।

इथेनॉल, गन्ना और स्टार्च से बना एक जैविक ईंधन है, जिसे पेट्रोल में मिलाकर उपयोग किया जाता है। वर्तमान में E20 पेट्रोल यानी 20% इथेनॉल और 80% पेट्रोल का प्रयोग हो रहा है, जिससे प्रति लीटर ₹8 से ₹12 की बचत हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि 2030 का लक्ष्य सरकार 2025 तक ही प्राप्त कर सकती है, जिससे भारत न सिर्फ ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा बल्कि प्रदूषण भी घटेगा।