नेत्रहीनों की दिक्कत होगी दूर, स्मार्ट स्टिक बनाएगी जिंदगी की राह आसान, स्मार्ट स्टिक उन तक पहुंचाने को बनाएंगे आंदोलन : कुणाल षाड़ंगी
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                मिल जाए अगर मुझे वो जादू की छड़ी,
खत्म होंगी सारी समस्याएं हैं जो बड़ी’
चाकुलिया में नाम्या फाउंडेशन और वल्लभ यूथ organisation ने तीन नेत्रहीन ग्रामीणों के बीच स्मार्ट स्टिक बांटकर अभियान का किया आगाज़, आनेवाले दिनों में 500 स्मार्ट स्टिक बंटेंगे
जमशेदपुर/पूर्वी सिंहभूम/चाकुलिया : चाकुलिया प्रखंड के तापस पाल, जगमोहन पातर और कान्हू शीट कभी ऐसी ही कल्पना करते थे कि काश उन्हें कोई जादू की छड़ी मिल जाती और उनकी जिंदगी कुछ तो आसान होती। रौशनी न सही पर खतरे की आहट तो मिल पाती। तीनों नेत्रहीन हैं और कहीं आते जाते नहीं। गरीबों की जिंदगी में झांकता ही कौन है कि आखिर कैसे गुज़र बसर हो रही है। बस दो जून की रोटी के जुगाड़ में जिंदगी निकल जाती है, ऐसे में परिजन भी क्या करें। वे कुछ मदद नहीं कर पाते. लेकिन नाम्या फाउंडेशन की पहल पर वल्लभ यूथ organisation (VYO) की ओर से इन तीनों नेत्रहीन ग्रामीणों की सुधि ली गई और उनको स्मार्ट स्टिक प्रदान किए गए जिसको पाकर तीनों के चेहरे खिल गए। इस स्टिक के सहारे वे बाहर आ जा सकेंगे। इन्हें किसी के साथ की ज़रुरत नहीं होगी। इस मौके पर नाम्या फाउंडेशन के संस्थापक सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने वल्लभ यूथ organisation की पहल को सराहनीय बताते हुए कहा कि तीन ग्रामीणों से महज अभियान की शुरूआत की गई है। आगे स्मार्ट स्टिक के वितरण को आंदोलन बनाया जाएगा और पहले चरण में कुल 500स्मार्ट स्टिक जिले में बांटे जाएंगे।
स्मार्ट स्टिक के बारे में
स्मार्ट स्टिक सिर के ऊपर, अगल या बगल किसी भी प्रकार के खतरे से आगाह करती है। बज़र बजता है जिससे नेत्रहीन व्यक्ति सावधान हो जाता है और स्टिक के मार्गदर्शन के सहारे आसानी से आवागमन कर सकता है। खासकर रात को भी इसे लेकर नेत्रहीन व्यक्ति बगैर किसी की मदद से चल सकते हैं। स्मार्ट स्टिक चार्जेबल है। इसे चार्ज़ करने में एक घंटा लगता है। अगर इसे औसतन तीन घंटे प्रतिदिन इस्तेमाल किया जाए तो एक घंटे के फुल चार्ज़ में इसे 15दिनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है। यह आसानी से बाज़ार में उपलब्ध नहीं है और जहां उपलब्ध है वहां इसकी कीमत 2000से 4000रूपये के बीच है जिसे खरीदना गरीब व्यक्ति के बस की बात नहीं।
ग्रामीणों ने जताया आभार
दरअसल समाजसेवी विद्युत वरण महतो ने चाकुलिया प्रखंड के कालियाम पंचायत के धादिका गांव के तापस पाल, सोनाहातू पंचायत के अंधारिया गांव के जगमोहन पातर और भातकुंडा पंचायत के भालुकबिंदा गांव के कान्हू शीट की नेत्रहीनता की वजह से होनेवाली परेशानियों के बारे में कुणाल षाड़ंगी को बताया जिसके बाद स्मार्ट स्टिक वितरण की योजना बनी.तीनों ग्रामीणों ने कुणाल षाड़ंगी और वल्लभ यूथ organisation के प्रति अपना आभार जताते हुए कहा कि ऐसे कठिन समय में उनकी मदद की गई जो भूली नहीं जा सकती।
इस मौके पर ग्राम प्रधान हलधर महतो, मोहन कुमार मिश्र, तापस महतो, कौशिक प्रामाणिक, संजीव महतो, चंदन प्रामाणिक, मानस महतो, बरून प्रामाणिक, मनमोहन महतो, रंजन महतो, नरेंन्द्र नाथ महतो, नाम्या फाउंडेशन से पूर्णेंदु पात्र सहित अन्य युवा कार्यकर्ता मौजूद थे।