ऑपरेशन सिंदूर में बीएसएफ की सात शेरनियों ने रचा इतिहास, दुश्मनों को गोलियों से दिया जवाब
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न्यूज़टेल डेस्क:भारत-पाक सीमा पर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ की सात महिला जवानों ने बहादुरी और साहस की मिसाल पेश की है। ओडिशा, झारखंड, पंजाब और बंगाल की इन जांबाज़ बेटियों ने गोलियों के बीच मोर्चा संभालते हुए देश की रक्षा की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। दुश्मनों को करारा जवाब देकर उन्होंने साबित कर दिया कि महिलाएं युद्धभूमि में भी पुरुषों से कम नहीं हैं।

इस ऐतिहासिक मिशन में ओडिशा की अंबिका बेहेरा और गौरी तिर्केय, झारखंड की सुमी जेस, बंगाल की स्वप्ना राठ, और पंजाब की मंजीत व मलकीत कौर जैसी महिला जवानों ने टीम को लीड किया। ये सभी न सिर्फ अग्रिम मोर्चे पर तैनात रहीं, बल्कि दुश्मन के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब भी दिया। उनके साहस और नेतृत्व कौशल ने पूरी दुनिया को दिखा दिया कि महिलाएं भी कठिन से कठिन ऑपरेशन का नेतृत्व कर सकती हैं।

बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आईजी शशांक आनंद ने कहा कि “इन महिला जवानों ने विश्व को संदेश दे दिया है कि महिलाएं न सिर्फ पुरुषों के बराबर हैं बल्कि कई बार उनसे बेहतर प्रदर्शन करती हैं।” भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं की भूमिका लगातार मजबूत हो रही है, और ऑपरेशन सिंदूर इसका एक शानदार उदाहरण बनकर उभरा है।