सोना देवी विश्वविद्यालय में उत्साहपूर्वक मनाया गया सेवा पर्व।
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न्यूज टेल डेस्क: सोना देवी विश्वविद्यालय में शुक्रवार को सेवा पर्व का आयोजन बड़े उत्साह और उल्लास के साथ किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाना रहा। यह आयोजन झारखंड सरकार के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विवेकानंद ऑडिटोरियम में हुआ। इसमें प्रभागीय वन कार्यालय जमशेदपुर का भी सहयोग रहा। मुख्य वक्ता के रूप में आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के विभागाध्यक्ष प्रो. आलोक सिन्हा ने लोगों को स्वच्छता, पौधारोपण, जैव विविधता संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण जैसे कार्यों से जोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि जल सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है, इसलिए इसके बेहतर प्रबंधन की जरूरत है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक
प्रोफेसर सुरेश पांडियन, वैज्ञानिक, आईआईटी (आईएसएम) धनबाद ने वायु गुणवत्ता इंडेक्स और जल की गुणवत्ता पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संसाधनों का अंधाधुंध दोहन भविष्य में मानव जीवन को गंभीर खतरे में डाल सकता है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए सामाजिक सहभागिता बढ़ाने पर जोर दिया और पर्यावरण संरक्षण को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया। कुलसचिव डॉ. गुलाब सिंह आजाद ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि पर्यावरण बचाने के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी है। उन्होंने भारत के प्राचीन पर्यावरण संरक्षण संबंधी मूल्यों का उल्लेख करते हुए हाल के दिनों में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में आई प्राकृतिक आपदाओं को पर्यावरणीय क्षरण का परिणाम बताया।

सेवा पर्व का शुभारंभ, 2 अक्टूबर तक होंगे आयोजन
कुलपति डॉ. जेपी मिश्रा ने कहा कि जब तक हम प्रकृति की सुरक्षा नहीं करेंगे, तब तक पर्यावरण क्षरण और प्राकृतिक आपदा जैसी समस्याओं से जूझते रहेंगे। उन्होंने पर्यावरणीय कारणों से बढ़ती साईकोसोमैटिक डिसऑर्डर की समस्याओं पर चिंता जताई। इस अवसर पर कुलाधिपति श्री प्रभाकर सिंह समेत विभिन्न संकायों के अध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, छात्र-छात्राएं और अन्य विशिष्ट लोग मौजूद थे। सेवा पर्व का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस से शुरू होकर 2 अक्टूबर, महात्मा गांधी जयंती तक चलेगा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।