घाटशिला अनुमंडल के 6 प्रखंड के गांवों से चयनित बच्चों ने जीवन में पहली बार दिया इंटरव्यू, सीखी इंटरव्यू के दौरान ध्यान दी जाने वाली बातें
1 min read
न्यूज़ टेल/ जमशेदपुर( बहरागोडा ): सामाजिक संस्था निश्चय फाउंडेशन के द्वारा कोरोना काल मे शुरू वीर शहीद गणेश हांसदा फ़ेलोशिप जिले के ग्रामीण इलाके के बच्चों में पढ़ाई को लेकर प्रेरणा जगाने व पढ़ाई में तकनीक का सही इस्तेमाल सिखलाने में हो रहा सफल .
अब ग्रामीण इलाके के बच्चे भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा करने के साथ-साथ सिविल सर्विसेस, कंप्यूटर इंजीनियर, इनकम टैक्स ऑफिसर, ऐरोस्पेस इंजीनियर, डॉक्टर इत्यादि बनने का लक्ष्य भी बना रहे है। बच्चों की यह ललक पिछड़े माने जाने वाले ग्रामीण इलाको के आगामी भविष्य को लेकर बेहद उत्साहवर्धक है। वीर शहीद गणेश हांसदा फेलोशिप की प्रारंभिक प्रवेश परीक्षा में सफल बच्चों ने इंटरव्यू राउंड में भाग लिया, इस दौरान यह बातें निकलकर प्रमुखता से सामने आई। घाटशिला अनुमंडल के 6 प्रखंडो से चयनित 12 बच्चे; बहरागोड़ा से सुप्रिया मंडल व उमेश डे, चाकुलिया की मयूरिका नंदी, दिनेश हांसदा व अमृत महतो, धालभूमगढ़ के घनी राम मार्डी व सिंगराय मुर्मू, घाटशिला के बिष्णु प्रसाद मौर्या व सुजल दास , मुसाबनी की कोमल मार्डी व कल्याणी थायल तथा डुमरिया से राकेश किस्कू वीर शहीद गणेश हांसदा फ़ेलोशिप 2022 की प्रारंभिक प्रवेश परीक्षा में सफल रहे थे।
ऑनलाइन आयोजित साक्षात्कार के दौरान बच्चों ने अपने लक्ष्य, अपने गांवो की समस्याएं, लक्ष्य की दिशा में अपनी सोच व योजनाओं, परिवार की स्थिति समेत साक्षत्कार पैनल के एक्सपर्ट्स के सवालों का बड़े ही आत्मविश्वास के साथ जबाब दिया। लगभग 5 घंटे तक ऑनलाइन चले इंटरव्यू के दौरान प्रो धनजंय कुमार, पूजा कुमारी, प्रो साधना कुमारी, नीतू सिंह, शिवेंद्र शास्त्री, प्रो इंदल पासवान, राजीव कुमार, प्रो धर्मेंद्र कुमार, प्रियंका ठाकुर, संतोष कुमार, साजिद अहमद, तरुण कुमार, बैद्यनाथ हांसदा, पूनम महानन्द एवं वीर शहीद गणेश हांसदा के बड़े भाई दिनेश हांसदा जी ने पैनलिस्ट की भूमिका निभाई। सभी इंटरव्यू पैनलिस्ट कोल्हान के विभिन्न कॉलेज, विद्यालयो व संस्थानो से जुड़े है, और बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बेहद संवेदनशील है। बहरागोड़ा कॉलेज के प्रो धनंजय कुमार ने बताया कि “अनुमंडल के विभिन्न सुदूरवर्ती गांवो से आने वाले बच्चों को फ़ेलोशिप अभियान के माध्यम से इतना बेहतर मार्गदर्शन व प्रतियोगी परीक्षाओं का अनुभव छोटी उम्र में ही मिल रहा है, यह बच्चों के भविष्य को लेकर काफी सराहनीय है।”
वही ऑनलाइन साक्षात्कार में शामिल हुए बच्चों का भी अनुभव बेहद उत्साहवर्धक था। साक्षात्कार में शामिल घाटशिला के सुजल दास, जो ऐरोस्पेस इंजीनियर बनना चाहते है, उन्होंने बताया कि “यह मेरे जिंदगी का पहला इंटरव्यू था, इसमें कई महान शिक्षको से बात करने का मौका मिला, बहुत कुछ सीखने को मिला, यह अनुभव मुझे आगे बहुत काम आएगा।” वही चाकुलिया की मयूरिका नंदी जो सिविल सर्विसेज में जाकर गांवो के पिछड़ेपन को दूर करना चाहती है, उन्होंने बताया कि “इंटरव्यू में शामिल होकर मुझे चला की, किस प्रकार का प्रश्न पूछा जाता हैं, किस तरह से उसका जबाब दिया जाता है। सभी शिक्षक इतने अच्छे व मित्रवत थे कि उनके सवाल पूछने पर मैं वह सब भी बता पाई, जिसके बारे में मैंने पहले कभी सोचा भी नही था।” वही बहरागोड़ा की सुप्रिया मंडल जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती है, उन्होंने बताया कि “इंटरव्यू को लेकर मैं नर्वस थी, लेकिन इंटरव्यू में पता चला कि परीक्षा से डरने जैसी कोई बात ही नहीं, आपको जो आता है उसका जबाब दे, जो नहीं आता, उसके बारे में बेहिचक कहे, इसका जबाब मुझे नहीं मालूम। यह सीख मुझे इंटरव्यू में मिली, जिससे मेरा हौसला बढ़ा।”
बच्चों व बड़ो के अनुभवों के अनुसार यह बेहिचक होकर कहा जा सकता है कि सामाजिक संस्था निश्चय फाउंडेशन के द्वारा कोरोना काल मे शुरू वीर शहीद गणेश हांसदा फ़ेलोशिप जिले के ग्रामीण इलाके के बच्चों में पढ़ाई को लेकर प्रेरणा जगाने व पढ़ाई में तकनीक का सही इस्तेमाल सिखलाने में सफल हो रहा है। फ़ेलोशिप के माध्यम से ग्रामीण इलाके के बच्चों को छोटी उम्र में ही प्रतियोगी परिक्षाओं के पैटर्न से अवगत करवाया जा रहा है। जिससे वो भविष्य की बाधाओं को पार पाने की तैयारी अभी से शुरू कर सके।
साक्षात्कार में शामिल सभी बच्चों के परिवार से मिलकर, उनका सामाजिक आर्थिक विश्लेषण कर जल्द ही पांच बच्चों का फ़ेलोशिप के तीसरे वर्ष के लिए अंतिम रूप से चयन किया जाएगा। फ़ेलोशिप में चयनित बच्चों को इण्टर से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई में नियमित मदद व मार्गदर्शन मुहैया करवाया जाता है, जिससे बच्चे निर्बाध रूप से अपने लक्ष्य की दिशा में मेहनत कर सके। फिलहाल 11 बच्चे फ़ेलोशिप के माध्यम से पढ़ाई कर रहे है, पहले बैच के सभी पांच बच्चों ने इस वर्ष प्रथम श्रेणी से 12वी की परीक्षा पास किया था, जो बेहद उत्साहवर्धक है।