ब्रांड मोदी से विरोधियों की भी रोजी-रोटी: प्रो. संजय द्विवेदी।


न्यूज टेल डेस्क: भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने वरिष्ठ पत्रकार आनंद सिंह से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सिर्फ एक राजनेता नहीं बल्कि एक ब्रांड बन चुके हैं। उनका समर्थन हो या विरोध—दोनों ही कई लोगों के लिए रोजगार का साधन बन गए हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया में दो ध्रुव बन गए हैं—मोदी समर्थक और मोदी विरोधी—और दोनों ही अतिवाद के शिकार हैं।

प्रो. द्विवेदी ने मीडिया के बदलते स्वरूप पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने स्वीकार किया कि फील्ड रिपोर्टिंग में कमी आई है लेकिन मीडिया का फैलाव बहुत व्यापक हुआ है। सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों की वजह से खबरें तेजी से पहुंचने लगी हैं, जिससे परंपरागत फील्ड रिपोर्टिंग की शैली में बदलाव आया है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में अच्छे प्रशिक्षित पत्रकारों की कमी नहीं है, बल्कि हर माध्यम अपनी ज़रूरत के अनुसार पत्रकारों को गढ़ता है।

सत्ता और मीडिया के रिश्ते पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आलोचना करने वाले मीडिया संस्थानों को विज्ञापन से वंचित करना अनुचित है। फिर भी देश के कई अखबार और चैनल सरकार के आलोचक होते हुए भी अपना काम कर रहे हैं। बातचीत के अंत में उन्होंने अपनी संगीत और पठन रुचियों का ज़िक्र किया। जगजीत सिंह की ग़ज़लें, लता मंगेशकर के भजन और हाल ही में पढ़ी गई किताब ‘भारतीय संविधान—एक अनकही कहानी’ उनके जीवन का हिस्सा हैं।
