लाल मंजन और गुल से दांत साफ करना पड़ सकता है भारी, डॉक्टरों ने चेताया दिल और कैंसर के खतरे से
                स्वास्थ्य डेस्क:भागलपुर में हालिया मेडिकल रिपोर्ट और कैंसर स्क्रीनिंग के आंकड़े चौंकाने वाले खुलासे कर रहे हैं। डॉक्टरों ने चेताया है कि लाल दंत मंजन और गुल मंजन का लम्बे समय तक उपयोग न केवल मुंह के कैंसर का कारण बन रहा है, बल्कि इससे दिल की बीमारियों का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है। कैंसर स्क्रीनिंग में यह सामने आया है कि कुछ मरीजों को तंबाकू की लत नहीं थी, फिर भी सिर्फ लाल मंजन की आदत के कारण उन्हें माउथ कैंसर हुआ।

होमी भाभा कैंसर अस्पताल की टीम द्वारा मार्च 2024 से जनवरी 2025 के बीच की गई स्क्रीनिंग में कुल 29 माउथ कैंसर के मरीज मिले, जिनमें 28 पुरुष और एक महिला शामिल हैं। इनमें से कई मरीज ऐसे थे जो न तो तंबाकू खाते थे और न ही पान मसाले का सेवन करते थे, लेकिन उन्हें रोजाना घंटों तक लाल मंजन करने की आदत थी। डॉक्टरों का कहना है कि गुल मंजन एक पिसे हुए तंबाकू जैसा ही हानिकारक पदार्थ है, जो दिल की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है।

जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से जुड़े सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी ओपीडी के डॉ. सुमित शंकर ने बताया कि 30% हृदय रोगियों में गुल मंजन या तंबाकू सेवन की आदत पाई गई है। इनके दिल की नसें सामान्य मरीजों की तुलना में 50% तक कमजोर हो गई हैं। गुल मंजन के कारण दिल की मांसपेशियां फैलने और सिकुड़ने लगती हैं, जिससे पंपिंग क्षमता घटती है और मरीजों को डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी जैसी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है।