भारत में रिकॉर्ड तापमान वृद्धि, 2024 सबसे गर्म वर्षों में शामिल
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की 2024 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, देश के 15 सबसे गर्म वर्षों में से 10 हाल के पंद्रह वर्षों (2010-2024) के दौरान दर्ज किए गए हैं। 2015 से 2024 का दशक अब तक का सबसे गर्म दशक रहा है।

1901 से 2024 के बीच देश के औसत वार्षिक तापमान में 0.68 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज हुई है। इसी अवधि में अधिकतम तापमान में 0.89 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में 0.46 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखी गई।

रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के दौरान देशभर में मासिक औसत तापमान मार्च को छोड़कर सभी महीनों में सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। मार्च का तापमान सामान्य से मात्र 0.22 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।

अक्टूबर 2024 का मासिक औसत तापमान सामान्य से 1.23 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, जो 1901 के बाद अब तक का सबसे अधिक था। इसके अलावा, जुलाई और सितंबर का औसत तापमान क्रमशः 0.70 डिग्री सेल्सियस और 0.76 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया, जो 1901 के बाद दूसरा सबसे अधिक था।

नवंबर 2024 का मासिक औसत तापमान सामान्य से 0.84 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, जो 1901 के बाद तीसरा सबसे गर्म दर्ज किया गया। मई और अगस्त में भी तापमान सामान्य से क्रमशः 0.69 डिग्री सेल्सियस और 0.45 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।

2024 में देशभर में मासिक औसत न्यूनतम तापमान जुलाई (0.89 डिग्री सेल्सियस अधिक), अगस्त (0.59 डिग्री सेल्सियस अधिक), सितंबर (0.99 डिग्री सेल्सियस अधिक) और अक्टूबर (1.78 डिग्री सेल्सियस अधिक) में 1901 के बाद सबसे अधिक दर्ज किया गया। फरवरी का औसत न्यूनतम तापमान भी 1901 के बाद दूसरा सबसे अधिक रहा।

2024 में नवंबर का अधिकतम तापमान सामान्य से 0.62 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया, जिससे यह 1901 के बाद दूसरा सबसे गर्म नवंबर रहा।
यह रिपोर्ट स्पष्ट करती है कि भारत में तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है, जो जलवायु परिवर्तन के गहराते प्रभावों की ओर इशारा करता है।