मईया सम्मान योजना से 18 लाख महिलाओं का नाम काटने पर पूर्णिमा दास ने सरकार को घेरा
1 min read
रांची: झारखंड में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से करीब 18 लाख महिलाओं का नाम काटने पर विपक्ष काफी नाराज़ है. भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ सहयोगी पार्टियां लोजपा (रामविलास) और आजसू के विधायक भी मईया सम्मान को लेकर काफी नाराज़ नजर आ रहे हैं हैं.

चतरा से लोजपा (रामविलास) के विधायक जनार्दन पासवान ने हेमंत सोरेन सरकार पर राज्य की महिलाओं के विश्वास के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले 57 लाख महिलाओं के खाते में राशि डालकर वोट तो ले लिया गया. लेकिन अब सरकार बनाने के बाद लाभुक महिलाओं का नाम काटा जा रहा है.

*राज्य सरकार कर रही है महिलाओं का अपमान:पूर्णिमा दास*भाजपा विधायक पूर्णिमा दास ने भी बड़ी संख्या में महिलाओं के नाम काटे जाने पर कहा कि आज राज्य की 18 लाख महिलाएं इस सरकार की वजह से अपनी राशि पाने के लिए भटक रही हैं. पूर्णिमा दास ने कहा कि 70 लाख महिलाओं को मंईयां सम्मान की राशि देनी थी, लेकिन चुनाव से पहले केवल 57 लाख महिलाओं के खाते में पैसे दे दिए.लेकिन अब सरकार बनने के बाद लाभुक महिलाओं का नाम काटा जा रहा है।

विधायक पूर्णिमा दास ने कहा कि चुनाव के बाद नई-नई शर्तें लगाकर हर दिन लाभुक महिलाओं की संख्या घटाते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने 30-35 लाख महिलाओं को के खाते में ही राशि भेजी है. ऐसे में जिन महिलाओं के खाते में राशि नहीं गई है, यह उन महिलाओं का अपमान है.

पूर्णिमा दास ने महिलाओं के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर बंद रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह खुद उस नंबर पर फोन किया तो नंबर बंद मिला है. उन्होंने कहा कि आज राज्य की 18 लाख महिलाएं अपनी राशि पाने के लिए इधर उधर भटकने को मजबूर हैं.
