खरीद-फरोख्त के मामले में तीन आरोपियों के गिरफ्तारी के बाद झारखंड में चढ़ा राजनीतिक पारा
1 min readराँची : राजधानी रांची में हवाला कारोबार से जुड़े और विधायक के खरीद-फरोख्त के मामले में तीन आरोपियों के गिरफ्तारी के बाद झारखंड में राजनीतिक पारा चढ़ गया है। सत्तारूढ़ तीनों पार्टियों ने महागठबंधन सरकार को अस्थिर करने का गंभीर आरोप भाजपा पर लगाया है। झामुमो केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य भाजपा पर जोरदार हमला करते हुए कहा की झारखंड में भाजपा राज्य सरकार को आस्थिर करने की साजिश लगी हुई है जब-जब उपचुनाव हुए हैं तब तब भाजपा के सांसद विधायक सबो का एक ही बोल रहा है। जल्द भाजपा की सरकार झारखंड में बनेगी, इस मंशा को देखते हुए लग रहा है इनकी साजिश हो सकती। भाजपा अपनी काली करतूत को छिपा नहीं पाएगी जल्दी ही इसका उजागर होगा, महागठबंधन के सहयोगी कांग्रेस पार्टी को भी नसीहत देते हुए कहा कांग्रेस अपने विधायकों को संभाल कर रखें उनकी बातों को सुनने का काम करें। वही झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि भाजपा की देशभर में इस तरह का कृत्य करना उनका फितरत में रहा है लेकिन जल्द ही रांची पुलिस इसका दूध का दूध और पानी का पानी करने में कामयाब होगी। गैर बीजेपी शासित राज्यों में इनका काम रह गया विधायकों खरीद-फरोख्त कर, उनके सरकार को गिराना। आरजेडी कोटे से श्रम मंत्री बने सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि भाजपा कितनी भी कोशिश कर ले राज्य में सरकार गिराने में नाकामयाब ही रहेगी। झारखंड में महागठबंधन की सरकार अटूट है और अटूट ही रहेगी। वही भाजपा पर लगे गंभीर आरोपों का बचाव करते हुए पूर्व मंत्री सह राची विधायक सीपी सिंह ने कहा की झारखंड मुक्ति मोर्चा या कांग्रेस पार्टी का भाजपा पर आरोप लगाने की उनकी दिनचर्या बन गई है। होटलों से जो पैसे पकड़ी गई है इन सबों को लेकर भाजपा पर आरोप लगाना, यह राज्य सरकार की कमियों को छुपाने की तरह ही है। सत्ताधारी दलों को विधायकों के नाम का भी खुलासा करना चाहिए जिनसे खरीद-फरोख्त के लिए संपर्क की गई है। यह सब सत्ताधारी दलों के तरफ से ही प्लांट किया गया है ताकि नाराज चल रहे विधायकों को मैनेज किया जा सके। विधायकों को खरीदने के लिए भाजपा के पास पैसा कहां से आएगा।