घाटशिला में चुनावी सतर्कता या सियासी रणनीति? अधिकारियों की सक्रियता पर विपक्ष का निशाना
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झारखंड:घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को लेकर शनिवार को जिला प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया। को-ऑपरेटिव कॉलेज स्थित डिस्पैच सेंटर से सभी मतदान दलों को रवाना किया गया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी कर्ण सत्यार्थी और वरीय पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि मतदान में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।निरीक्षण के दौरान दोनों अधिकारियों ने मतदान कर्मियों, सेक्टर मजिस्ट्रेटों और सुरक्षा बलों से संवाद करते हुए कहा कि सभी दल निर्धारित समय पर अपने-अपने केंद्रों पर पहुंचें और निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरशः पालन करें।

उन्होंने यह भी कहा कि निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और भयमुक्त मतदान जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।मतदान सामग्री के सुरक्षित वितरण से लेकर वाहनों की मूवमेंट और सुरक्षा व्यवस्था तक हर पहलू पर प्रशासन ने पैनी नजर रखी। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि यदि मतदान प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाई गई तो त्वरित कार्रवाई की जाएगी।इस बार प्रशासन ने पिछले चुनावों से मिले अनुभवों को ध्यान में रखते हुए विशेष रणनीति अपनाई है।

सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बलों की तैनाती को बढ़ाया गया है और मतदान कर्मियों की सुरक्षा व सुविधा पर विशेष ध्यान दिया गया है। चुनाव आयोग और जिला प्रशासन के बीच तालमेल यह दर्शाता है कि घाटशिला में इस बार मतदान पूरी पारदर्शिता और शांति के साथ संपन्न कराने का लक्ष्य तय किया गया है।