बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार का बड़ा दांव: पेंशन में बढ़ोतरी से साधे कई निशाने
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“बिहार चुनाव से पहले नीतीश कुमार का बड़ा मास्टरस्ट्रोक: पेंशन बढ़ाकर साधे 1.09 करोड़ वोट, भाजपा पर पड़ सकता है भारी”–
बिहार: चुनावी रणनीति का एलानबिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा एलान करते हुए बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों को दी जाने वाली पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये प्रति माह कर दी है। यह बदलाव जुलाई 2025 से लागू होगा और इससे लगभग 1.09 करोड़ लोगों को सीधा फायदा मिलेगा। नीतीश की इस घोषणा को चुनावी मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है, जिससे वे भाजपा से पिछली बार के 17 लाख वोटों के अंतर को पाटने की कोशिश कर सकते हैं।

जातीय और राजनीतिक समीकरण2020 के चुनावों में नीतीश की पार्टी जेडीयू को भाजपा की तुलना में करीब 17 लाख वोट कम मिले थे। इस पेंशन बढ़ोतरी का लाभ सीधे-सीधे हर जाति और वर्ग के जरूरतमंद मतदाताओं को मिलेगा, जो आमतौर पर किसी पार्टी से ज़्यादा नेता पर भरोसा करते हैं। नीतीश की इस योजना से उनकी बढ़ती उम्र और कमजोर होती राजनीतिक छवि की भी भरपाई मुमकिन है। साथ ही उन्होंने राजद और जन सुराज जैसे विपक्षी दलों से पेंशन के मुद्दे को छीन लिया है।

भाजपा के लिए चुनौतीनीतीश कुमार की इस घोषणा ने एनडीए के सहयोगी भाजपा के लिए भी एक चुनौती खड़ी कर दी है। जहां अन्य राज्यों में वादे अधूरे रह गए, वहीं नीतीश ने लागू की जा रही योजना के तहत सीधा लाभ देना शुरू कर दिया है। इससे उनकी विश्वसनीयता और सामाजिक कल्याण की छवि और मजबूत हुई है। आने वाले चुनाव में यह फैसला बिहार की राजनीति का गेमचेंजर साबित हो सकता है।