मेटल या प्लास्टिक कूलर – कौन सा है ज्यादा बेहतर और बिजली की खपत में किफायती?
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न्यूज टेल डेस्क:मई की चिलचिलाती गर्मी शुरू हो चुकी है और ऐसे में पंखे अब राहत नहीं दे पा रहे हैं। लोग एसी की बजाय बजट में आने वाले कूलर की ओर रुख कर रहे हैं। लेकिन एक बड़ा सवाल सामने आता है – मेटल (लोहे) वाला कूलर खरीदें या प्लास्टिक वाला? बाजार में दोनों विकल्प मौजूद हैं, और दोनों के अपने-अपने फायदे हैं। आइए जानते हैं कौन-सा कूलर आपकी जरूरत और बजट के हिसाब से सही रहेगा।

(प्लास्टिक और मेटल कूलर की तुलना):प्लास्टिक कूलर हल्के होते हैं, जंग नहीं लगते और इन्हें आसानी से कहीं भी रखा जा सकता है। इनकी डिज़ाइन मॉडर्न होती है और कीमत भी अपेक्षाकृत कम होती है। वहीं, मेटल कूलर में पानी ज्यादा आता है, पंखे की स्पीड तेज होती है और हवा लंबी दूरी तक पहुंचती है। हालांकि ये भारी होते हैं, जल्दी जंग लग सकता है और इनकी बिजली खपत भी अधिक होती है।अगर आपकी प्राथमिकता बिजली की बचत है, तो प्लास्टिक कूलर आपके लिए बेहतर विकल्प है। ये कम पावर में काम करता है और सामान्य घरेलू उपयोग के लिए पर्याप्त है। वहीं, मेटल कूलर उन लोगों के लिए है जो ठंडी हवा को प्राथमिकता देते हैं, भले ही बिजली की खपत थोड़ी ज्यादा क्यों न हो।

अगर आप कम बजट में स्टाइलिश और पोर्टेबल कूलर चाहते हैं तो प्लास्टिक कूलर बेहतर विकल्प है। लेकिन अगर आपकी प्राथमिकता तेजी से ठंडी हवा और मजबूती है, तो मेटल कूलर को प्राथमिकता दें। दोनों कूलरों की अपनी खूबियां हैं, इसलिए खरीदारी से पहले अपनी जरूरतों और बजट का संतुलन बनाना जरूरी है।