दिल्ली-NCR में बार-बार क्यों आते हैं भूकंप के झटके? जानिए इसके पीछे की भूगर्भीय वजहें
1 min read
न्यूज़टेल डेस्क:दिल्ली-एनसीआर में बार-बार भूकंप के झटके महसूस होना महज इत्तेफाक नहीं है, बल्कि इसके पीछे मजबूत भूगर्भीय कारण हैं। यह क्षेत्र भूकंपीय जोन-4 में आता है, जहां टेक्टॉनिक प्लेट्स की सक्रियता अधिक है। खासतौर पर हिमालय क्षेत्र में भारतीय और यूरेशियन प्लेट्स के टकराव से उत्पन्न ऊर्जा का असर दिल्ली तक महसूस होता है। जब ये प्लेट्स एक-दूसरे पर अत्यधिक दबाव डालती हैं और वह दबाव अचानक ऊर्जा बनकर बाहर आता है, तो उसे हम भूकंप के रूप में अनुभव करते हैं।

दिल्ली और उसके आसपास के इलाके कई सक्रिय फॉल्ट लाइनों पर स्थित हैं, जैसे दिल्ली-हरिद्वार रिज, मथुरा फॉल्ट और दिल्ली-मुरादाबाद फॉल्ट। इन दरारों में प्लेट्स के खिसकने और दबाव की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है, जिससे अक्सर हल्के या मध्यम झटके महसूस होते हैं। इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर का अतीत भी भूकंपों से जुड़ा रहा है। 1720 से अब तक यहां 5.5 से 6.7 तीव्रता के पांच बड़े भूकंप आ चुके हैं।

भू-वैज्ञानिकों के अनुसार, दिल्ली की भूकंपीय संवेदनशीलता इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि यहां जनसंख्या घनत्व अधिक है और ऊंची इमारतें बड़ी संख्या में मौजूद हैं। यदि कभी तीव्र भूकंप आता है तो जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में खतरे को कम करने के लिए भूकंप-रोधी निर्माण तकनीकों को अपनाना और आम नागरिकों को इसके प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है।