झारखंड पुलिस ने की अनोखी पहल, प्रदेश के गरीब बच्चों के लिए शुरू हुआ उपकरण बैंक
राँची : कोरोना महामारी में ऑनलाइन क्लास के दौर में झारखंड पुलिस ने एक अनोखी पहल शुरू की है। प्रदेश के गरीब बच्चों के लिए शुरू हुआ उपकरण बैंक, इसमें कोई भी व्यक्ति बन सकता है सहयोगी, कोरोना के कहर में जहां शिक्षा पूरी तरह प्रभावित हुई है। वहीं बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन क्लास एक मात्र विकल्प बन चुका है। हालांकि ऑनलाइन पढ़ाई को सुचारू रूप से जारी करने के लिए झारखंड के दूर दराज के इलाके में नेट एक बड़ी समस्या बन कर सामने आई है। लेकिन उससे भी बड़ी समस्या गरीब बच्चों के पास ऑनलाइन क्लास करने के लिए स्मार्टफोन की उपलब्धता है। इसे देखते हुए झारखंड पुलिस की अनोखी पहल सामने आयी है। सामुदायिक पुलिसिंग के तहत झारखंड पुलिस ने पूरे राज्य में मोबाइल बैंकिंग की शुरुआत की है। इसके तहत थानों में ऐसे बैंक खोले गए हैं जहां आकर लोग अपने पुराने या फिर अतिरिक्त स्मार्ट फोन, लैपटॉप एवं टैब जमा कर सकते हैं। जमा किये गए उपकरण का बकायदा कागज तैयार किया जायेगा और संबंधित व्यक्ति को उसकी सत्यापित कॉपी दी जायेगी। ताकि उसका दुरुपयोग होने की स्थिति में जमाकर्ता जिम्मेदार न हो। रांची सहित प्रदेश के सभी जिलों में इसकी शुरुआत हो चुकी है। प्रदेश के जिलो के पुलिस अधीक्षक खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उनकी मानें तो वैसे गरीब बच्चे जो स्मार्टफोन के अभाव में अभी तक पढ़ाई से वंचित हो रहे थे उन्हें इसका फायदा मिलेगा। वही इससे प्रदेश के शिक्षा व्यवस्था में भी सुधार आएगा। अपराध के रोकथाम और अपराधियों की धरपकड़ से अलग पुलिस की यह भूमिका आम लोगों को कितनी रास आती है ये देखने वाली बात होगी।