November 3, 2025

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सीएम सोरेन ने कहा- सरना कोड के लिए आदिवासियों को लड़ना पड़ेगा

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न्यूज़ तेल / जमशेदपुर :मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने – “ देश में आदिवासियों पर हमले की योजनाबद्ध तरीके से एक रणनीति बनाई जा रही है। देश के अलग-अलग हिस्सों में अत्याचार हो रहे हैं। देखिए मणिपुर में क्या हो रहा है। ब्रिटिश काल में झारखंड के कुछ आदिवासी मणिपुर गए थे। “

झारखंड के मुख्यमंत्री ने एक बार फिर मणिपुर हिंसा पर बात की। उन्होंने कहा कि स्वदेशी लोग आज देश में अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं। देश में आदिवासियों पर हमले की कोशिश की जा रही है। वहीं, भाजपा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा ने आदिवासी महोत्सव को सोरेन राज परिवार दिवस का नाम दिया है।

सरना कोड के लिए आदिवासियों को लड़ना पड़ेगा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को दो दिवसीय झारखंड आदिवासी महोत्सव के समापन समारोह में पहुंचे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “ झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां आदिवासियों की पहचान स्थापित की जा रही है। सरना को एक अलग धर्म कोड के रूप में शामिल किए जाने की मांग करते हुए विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया। अब यह मामला केंद्र के पास लंबित पड़ा है। आदिवासियों को इसके लिए लड़ना होगा। देश में ऐसे कई समुदाय हैं, जिनकी आबादी आदिवासियों से कम है। देश के करीब 13 करोड़ आदिवासियों को एक पहचान मिलनी चाहिए। “

झारखण्ड रहे है मणिपुर के आदिवासी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने भासन में कहा की “ एक देश में आदिवासियों का एक अलग मंत्रालय है। लेकिन अधिकारी आदिवासियों को पहचानने के लिए तैयार ही नहीं हैं। कुछ लोग उन्हें वनवासी कहते हैं। कुछ लोग उनसे जनजाति पूछते हैं। यह काफी विरोधाभासी है। वनवासी लोग आदिवासी नहीं हैं। देश में आदिवासियों पर हमले की योजनाबद्ध तरीके से एक रणनीति बनाई जा रही है। देश के अलग-अलग हिस्सों में अत्याचार हो रहे हैं। देखिए मणिपुर में क्या हो रहा है। ब्रिटिश काल में झारखंड के कुछ आदिवासी मणिपुर गए थे। हिंसा के कारण वे यहां आ रहे हैं। हमारी सरकार उन्हें आश्वासन दे रही है। “

कार्यक्रम में यह लोग भी शामिल

 मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी के साथ दो दिवसी कार्यक्रम के समापन समारोह में आये थे उनके  अलावा कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम, चंपई सोरेन, जोबा मांझी, बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन सहित कई नेता और अधिकारी शामिल हुए थे।

आदिवासी महोत्सव पे भाजपा का हमला

भाजपा ने दो दिवसी कार्यकर्म को सोरेन राजपरिवार दिवस का नाम दिया है प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का कहना है कि राज्य में आदिवासी दिवस के नाम पर सोरेन राज परिवार दिवस मनाया गया। महोत्सव के लिए सरकार ने प्रचार-प्रसार में करोड़ों खर्च किए। मरांडी ने कहा कि सरकार ने इतना सब कुछ किया लेकिन सिदो, काहनू, चांद भैरव, तिलका मांझी और भगवान बिरसा मुंडा जी बैनर-पोस्टरों से गायब थे। 

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