जम्मू-कश्मीर: आतंकियों के मददगार तक पहुंची सेना तो नदी में कूद कर दी जान, परिवार ने लगाया गंभीर आरोप
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न्यूज़टेल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में एक विवादास्पद घटना में इम्तियाज अहमद माग्रे नामक व्यक्ति ने सुरक्षा बलों से बचने के लिए नदी में कूदकर जान दे दी। माग्रे को पुलिस ने आतंकवादियों को मदद देने के आरोप में हिरासत में लिया था, और पूछताछ के दौरान उसने आतंकियों के ठिकानों की जानकारी दी थी। रविवार को जब वह सुरक्षा बलों के साथ आतंकियों के ठिकाने पर जा रहा था, उसने अचानक नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना का वीडियो ड्रोन कैमरे से रिकॉर्ड हुआ, जिसमें माग्रे को नदी में कूदते हुए देखा गया।

माग्रे के परिवार ने इसे हिरासत में हत्या का मामला बताया है। उनका आरोप है कि सेना ने उसे हिरासत में लिया था और फिर उसकी लाश नदी में मिली। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती और अन्य राजनीतिक नेताओं ने भी इस घटना को संदिग्ध बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि माग्रे को आतंकियों से किसी प्रकार का संबंध नहीं था, और उसकी मौत ने स्थानीय लोगों में डर पैदा कर दिया है।

सुरक्षा बलों ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि माग्रे ने खुद अपनी जान ली। उनके अनुसार, माग्रे को आतंकियों की मदद करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था और वह स्वेच्छा से सुरक्षा बलों के साथ गया था। मामले की जांच जारी है और पुलिस ने ड्रोन वीडियो को सबूत के तौर पर पेश किया है।