अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद जमशेदपुर 14 अप्रैल को मनाएगी मिथिला नव वर्ष
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न्यूज़ टेल/डेस्क: अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद , जमशेदपुर द्वारा आगामी माह 14 अप्रैल 2023 को मिथिला नववर्ष सह जुड़ि-शीतल ( जड़- शीतल ) पर्व का भव्यता पूर्वक आयोजन किया जायेगा | इस आशय की जानकारी संस्था के महासचिव पंकज कुमार झा ने आज बाबा कुटी प्रांगण में हुए एक संवाददाता सम्मेलन में दी |
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 1415 वर्षों से मिथिलांचल में मेष संक्रांति (बैसाख) को नववर्ष के रूप में मनाया जा रहा है | बंगाल के सेन वंश के शासनकाल में फसली संवत के रूप में यह शुरू हुआ, जो पूर्वोत्तर भारत में परंपरागत रूप से मिथिला नववर्ष सह जुड़ि-शीतल 14 अप्रैल को मनाया जाता है।
मिथिलांचल में नववर्ष सह जुड़ि-शीतल का यह सामाजिक त्योहार पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। इस दिन पुराने वृक्षों की जड़ों में उन्हें शीतलता प्रदान करने के लिए पानी दिया जाता है, वहीं नए पौधे लगाकर लोग पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेते हैं। इसी दिन पुराने कुओ, पोखर एवं तालाब के जमे गाद की सफाई भी की जाती है जिससे कुओ और तालाबों के परिस्थतिक के साथ उसमे पल रहे जीव – जंतु की भी देख-भाल होती है |
जुड़शीतल के अवसर पर घर-आंगन की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। मिथिलावाशी इस दिन एक-दूसरे को गीली मिट्टी लगाकर नववर्ष की बधाई देते हैं, क्योंकि यह पर्व अपनी मिट्टी से जुड़ने का , मिटटी का संरक्षण एवं किसानों से जुड़ा है, | इसलिए इस दिन गीली मिट्टी के साथ खेलने का भी रिवाज है।
जुड़शीतल के अवसर पर सतुआन के अगले दिन भात और बासी बड़ी खाने का प्रचलन है। तालाब में मिलने वाले सेमार के साथ कुल देवी-देवता को यह चढ़ाया जाता है।
इस मौके पर विभिन्न तरह के पकवान बनाए जाते हैं। इस दिन नमकीन पकवान का विशेष महत्व है। इस अवसर पर बड़ी, दाल-पूड़ी, आम की चटनी आदि बनाए जाते हैं।
अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद की ओर से 14 अप्रैल 2023 ( शुक्रवार दिन ) की शाम पाँच (5) बजे से बिष्टुपुर स्थित परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी ( बाबा कुटी ) प्रांगण में नववर्ष सह जुड़ि-शीतल ( जड़- शीतल ) पर्व मनाया जाएगा। इस मौके पर स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन के साथ रात्री सह-भोज की भी व्यवस्था रहेगी |
संवाददाता सम्मलेन के इस अवसर पर संस्था के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय सचिव अशोक अविचल , अध्यक्ष रविंद्र चौधरी, महिला साखा सयोजिका त्रिपुरा झा , सचिव कृष्णा कामत एवम विजय शंकर झा उपस्थित रहे |