निर्दलीय विधायक सरयू राय ने लौह अयस्क घोटाले पर लिखी अपनी पुस्तक “रहबर की राहजनी” मीडिया में साझा किया
1 min readजमशेदपुर : पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक सरयू राय ने लौह अयस्क घोटाले पर लिखी अपनी पुस्तक “रहबर की राहजनी” मीडिया में साझा किया। इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए लौह अयस्क घोटाले में लिप्त शाह ब्रदर्स का जिक्र किया। साथ ही शाह ब्रदर्स पर कई सवाल खड़े किए। दरअसल सरयू राय पूर्व से ही लगातार शाह ब्रदर्स पर सवाल उठाते रहे हैं, लेकिन इस बार उन्होंने कई नई बातों को सामने रखा। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार के दौरान शाह ब्रदर्स की खनन पट्टा को कतिपय अनियमितताओं के कारण 2019 में रद कर दिया था। लेकिन सरकार ने अभी तक सत्यापन नहीं किया है कि शाह ब्रदर्स के पास लौह-अयस्क की कितनी मात्रा बची हुई है। फिर भी खान सचिव ने इन्हें बेचने का आदेश दे दिया है। और खान सचिव जिस कोर्ट के आदेश का हवाला दे रहे हैं दरअसल वह आदेश कोर्ट को अंधकार में रखकर लिया गया है। इस फैसले के खिलाफ सरकार को कोर्ट में अपील करने की जरूरत है। शाह ब्रदर्स के ऊपर लगभग 600 करोड़ के जुर्माना था वर्तमान में उस जुर्माने की राशि को 200 करोड़ कैसे किया गया दूसरी तरफ शाह ब्रदर्स ने जो अवैध माइनिंग करके लौह अयस्क का भंडारण किया था उसमें से 7000 टन को लोहा इसको बेच दिया गया जिससे राज्य सरकार को करोड़ों का नुकसान हुआ जिसका कोई हिसाब किताब सरकार के पास नहीं है। इस पूरे मामले में वन विभाग के अधिकारी से लेकर खान सचिव से लेकर उपायुक्त तक मिले-जुले हैं। इन सब की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा होता है और मैं इस पूरे मामले को जब चुनौती दे रहा हूं तो मुझ पर सवाल उठाया जा रहा है लिहाजा मैं खुद को साबित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाने को तैयार हूं और अगर मैं कहीं गलत हूं तो सरकार के अधिकारी मुझे गलत साबित करें.