36वें नैशनल गेम्स में जलवा बिखेरेंगे चाईबासा के तीरंदाज, तुरतुंग तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र सिकुरसाई के तीरंदाजों ने किया क्वालिफाई
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न्यूज़ टेल/चाईबासा (रिपोर्ट- संतोष वर्मा) : पश्चिमी सिंहभूम के प्रतिभाशाली तीरंदाजों ने एक बार फिर जिलेवासियों को गौरवान्वित किया है। सदर प्रखंड के सिकुरसाई में संचालित “तुरतुंग तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र” के दो तीरंदाजों असरिता बिरुली तथा विजय धानवा ने 36वें नेशनल गेम्स के लिये क्वालिफाई कर लिया है।
नेशनल गेम्स यानी राष्ट्रीय खेल भारत की सबसे बड़ी स्पोर्टिंग इवेंट है जो प्रत्येक चार साल में आयोजित होता है जिसको भारत में मिनी ओलंपिक भी कहा जाता है। यह पहला मौका है जब तुरतुंग तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र के किसी तीरंदाज ने राष्ट्रीय खेल के लिये क्वालिफाई किया हो।
इधर, केंद्र के प्रशिक्षक महर्षि महेंद्र सिंकु तथा सहायक प्रशिक्षक शैलेंद्र सावैयां दोनों तीरंदाजों की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से गदगद हैं। उनका कहना है कि नेशनल गेम्स के लिये उनके शिष्यों का इस तरह से क्वालिफाई करना हमें गौरवान्वित करता है। इससे वे ना केवल खुश हैं बल्कि उनको आशा भी है कि उनके तीरंदाज पदक अवश्य जीतेंगे।
असरिता के पिता रिटायर्ड फौजी तो विजय के पिता मजदूर
36वें नेशनल गेम्स अगले महीने सितंबर से गुजरात राज्य में शुरू होने जा रहा है। तुरतुंग तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र सिकुरसाई के नियमित प्रशिक्षु विजय धानवा तथा असरीता बिरुली का चयन इसी खेल की तीरंदाजी स्पर्धा के लिये हुआ है। इसके लिये कुछ दिन पूर्व ही जमशेदपुर के जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कांप्लैक्स में आयोजित ट्रायल में इन दोनों ने अपनी काबिलियत साबित की थी।
जिसके बाद दोनों को राष्ट्रीय खेल के लिये चुन लिया गया। फिलहाल असरिता बिरुली आइटीबीपी में नौकरी करती है और इसी केंद्र की प्रशिक्षु रही हैं। जबकि अंशकालिक प्रशिक्षु तो अभी भी है। सदर प्रखंड के उलीहातु निवासी असरिता बिरुली के पिता सावन कुमार बिरुली रिटायर्ड फौजी है। जबकि माता सुशीला बिरुली गृहणी हैं। वहीं सदर प्रखंड के आयता गांव निवासी विजय धानवा के पिता जगदीश धनवा मजदूरी करके परिवार चलाते हैं। जबकि माता सुंदरी धानवा गृहणी हैं।