चाकुलिया में कोलकाता पिंजरापोल सोसाइटी के कार्यक्रम में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने की शिरकत स्व. पुरुषोत्तमदास झुनझुनवाला की प्रतिमा का किया अनावरण
1 min readजमशेदपुर
झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू चाकुलिया में कोलकाता पिंजरापोल सोसाइटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुईं। यहां उन्होंने स्व. पुरुषोत्तमदास झुनझुनवाला की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर माननीय राज्यपाल ने कार्यस्थल स्थल पर गो-सेवा की तथा उपस्थित लोगों को गो-सेवा के लिए प्रेरित किया।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि झारखंड गौ सेवा आयोग के प्रथम अध्यक्ष रहे स्व. पुरुषोत्तम दास झुनझुनवाला के सम्मान व श्रद्धांजलि देने हेतु चाकुलिया में उनके प्रतिमा अनावरण करना उनके लिए हर्ष का विषय है । उन्होंने कहा कि व्यक्ति की जीवन आयु सीमित होती है परन्तु व्यक्तित्व की कोई जीवन आयु नहीं होती है, अतः सच्चे कर्मों को सदैव याद रखा जाता है एवं उनके पदचिन्हों पर चल कर उन्हे सदैव जीवित रखा जाता है। राज्यपाल ने कहा कि स्व पुरुषोत्तम दास के जीवन के सिद्धांतों से उनेक जीवन को मार्गदर्शन प्राप्त हुआ इसलिए वे चाहती हैं कि उनकी प्रतिमा अनावरण के माध्यम से सभी लोगों का जीवन मार्गदर्शित हो सके तथा उनके पदचिन्हों पर चल स्वयं के जीवन एवं समाज को बेहतरीन स्वरूप दिया जा सके।
राज्यपाल ने स्व. झुनझुनवाला के व्यक्तित्व व उनके द्वारा किए गए विशेष कार्यों पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि अनेक कुशलताओं से परिपूर्ण स्व. झुनझुनवाला ने चाकुलिया स्थित मॉडर्न हाई स्कूल की स्थापना की, साथ ही विदेशों में भी भारतीय संस्कृति का प्रचार करने जैसे अन्य बहुत सारे महान समाज सेवा कार्य हेतु अपने जीवन को समर्पित किया। गौ सेवा के मार्ग में विशेष ख्याति प्राप्त की एवं अन्य लोगों को भी इस दिशा में उनके द्वारा मार्गदर्शन किया गया वहीं गौमूत्र से औषधि बना कर सैंकड़ो लोगों को स्वास्थ्य लाभ भी दिया।
गौ सेवा को परम धर्म बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि गौ सेवा करना स्वयं की माता के सेवा करने के तुल्य है तथा गौ सेवा के साथ साथ प्रकृति की सेवा करना भी हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री लगाना उचित है लेकिन प्रकृति को संवारना एवं सहेजे रखना भी हम सबकी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही नदियों की निर्मलता बनी रहे इस संबंध में भी राज्यपाल ने अपने संवेदनशील विचार रखे। उन्होंने कहा कि नदी को हम माता कहते हैं, ऐसे में आवश्यक है कि नदियों की पूजा के साथ साथ उनकी स्वच्छता का भी ध्यान रखें। नदियां बहुपयोगी होती हैं जिनसे हम पीने के साफ स्वच्छ पेयजल के साथ साथ अन्य आवश्यकताओं पर भी निर्भर रहते हैं।
इस मौके पर राज्यपाल द्वारा स्व. पुरुषोत्तमदास झुनझुनवाला की जीवनी पर एक पुस्तक का विमोचन किया गया। इसके साथ ही कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। राज्यपाल ने नगर पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर, निदेशक एनईपी, निदेशक डीआरडीए, जिला परिवहन पदाधिकारी, एसडीओ घाटशिला, बीडीओ मुसाबनी एवं बीडीओ धालभूमगढ़ को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात राज्यपाल ने ध्यान फाउंडेशन स्थित गोशाला का भ्रमण कर गोसेवा की तथा समर्पित भाव से सेवा कार्य कर रहे गोसेवकों की हौसला आफजाई की।
कार्यक्रम में कोल्हान प्रमंडल आयुक्त मनीष रंजन, डीआईजी राजीव रंजन, उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी सूरज कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. तमिल वणन, नगर पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र जाट, उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर, निदेशक डीआरडीए, निदेशक एनईपी, एसडीओ घाटशिला जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी के अलावा चाकुलिया, मुसाबनी, धालभूमगढ़ के बीडीओ व घाटशिला सीओ सहित अन्य उपस्थित थे।