सरकार मुआवजा व पत्नी को सरकारी नौकरी दे नहीं तो होगा आन्दोलन : उरांव
राँची: लातेहार में बीते 12 जून को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए जनजाति समुदाय के ब्रह्मदेव सिंह की मौत के बाद बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने पूरी घटना की जांच की है. जिसके बाद मोर्चा के सदस्यों ने राज्य सरकार से मृतक परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है. साथ ही दोषी जवानों पर कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है , बीजेपी के अनुसूचित जनजाति मोर्च के 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने घटनास्थल जाकर इसकी जांच की है. मोर्चा अध्यक्ष शिवशंकर उरांव ने रविवार को बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जांच नतीजों की जानकारी दी, उनके मुताबिक जिस गांव में घटना हुई, वहां सरहुल पर्व मनाया जा रहा था. शिवशंकर उरांव ने बताया की फायरिंग की आवाज सुन कुछ ग्रामीण भाग कर घर में घुस गए जबकि जबकि ब्रह्मदेव सिंह और एक व्यक्ति ने जवानों को ग्रामीण होने का परिचय दिया, इसके बावजूद उन पर गोलियां चलाई गईं, जिसमें दोनों घायल हो गए. उसके बाद घटनास्थल पर पहुंची कुछ महिलाओं ने उनसे गोली ना चलाने की गुहार लगाई, लेकिन उन्हें धमकी देकर भगा दिया गया. उसके बाद घायल ब्रह्मदेव सिंह को जंगल की ओर ले जाकर गोली मार दी गई, जिसमें उनकी मौत हो गई.बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने राज्य सरकार से पीड़ित परिवार के लिए 20 लाख रुपये की मुआवजा राशि और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है. ताकि वह अपना जीवन यापन कर सके. मांग नहीं माने जाने पर बीजेपी ने आंदोलन की चेतावनी दी है।