चोंजिन अंगमो बनीं भारत की पहली दृष्टिबाधित महिला जिन्होंने फतह किया माउंट एवरेस्ट।
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न्यूज टेल डेस्क: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले की रहने वाली चोंजिन अंगमो ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। वह माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली भारत की पहली दृष्टिबाधित महिला बन गई हैं। इसके साथ ही वह दुनिया की पांचवीं दृष्टिबाधित पर्वतारोही बन गई हैं, जिन्होंने यह कारनामा किया है। आठ साल की उम्र में दृष्टि गंवाने के बावजूद, चोंजिन अंगमो ने कभी हार नहीं मानी और हमेशा अपने सपनों के पीछे लगी रहीं।

दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और स्नातकोत्तर करने वाली आंगमो वर्तमान में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में कार्यरत हैं। वह पहले भी माउंट कांग यात्से 2 (6,250 मीटर) और लद्दाख की एक अनाम चोटी पर चढ़ाई कर चुकी हैं। अक्तूबर 2024 में वह एवरेस्ट बेस कैंप तक ट्रेक करने वाली पहली दृष्टिबाधित भारतीय महिला बनी थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में उनकी उपलब्धियों की सराहना की थी।

खेलों के प्रति जुनूनी आंगमो राज्य स्तर की स्वर्ण पदक विजेता तैराक हैं और उन्होंने राष्ट्रीय जूडो प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया है। दिल्ली मैराथन, पिंक मैराथन सहित कई राष्ट्रीय स्तर की मैराथन में हिस्सा लेने के साथ-साथ उनके नाम दो कांस्य पदक भी हैं। उनकी सफलता से पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है और पिता अमर चंद ने कहा, “मेरी बेटी ने मुझे गौरवान्वित किया है, हम उसके लौटने का इंतजार कर रहे हैं।”
