कन्हैया कुमार की पदयात्रा पर चिराग पासवान का तंज, बोले- जंगलराज की याद अब भी जिंदा

बिहार:बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा शुक्रवार को पटना में समाप्त हो गई। यह यात्रा 16 मार्च को पश्चिम चंपारण के गांधी आश्रम से शुरू हुई थी। कन्हैया ने इस दौरान बेरोजगारी, युवाओं की अनदेखी और पलायन जैसे मुद्दों को लेकर जनजागरण अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान जो भी सुझाव और समस्याएं सामने आईं, उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपा जाएगा।

वहीं, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इस यात्रा पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सत्ता की सीढ़ी चढ़ने के लिए पदयात्रा का सहारा ले रही है। उन्होंने 1990 के दशक की याद दिलाते हुए कहा कि उस समय बिहार में जंगलराज का माहौल था और लोग जान बचाकर दूसरे राज्यों और यहां तक कि विदेशों में पलायन कर गए थे।

चिराग ने यह भी कहा कि कांग्रेस और महागठबंधन की नीतियों ने ही बिहार को उस अंधकारमय स्थिति तक पहुंचाया था।चिराग पासवान ने स्पष्ट किया कि पलायन की समस्या आज भी गंभीर है और सभी दलों को मिलकर इसका हल निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह खुद भी इस मुद्दे को लेकर चिंतित हैं और युवाओं को राज्य में ही रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। कन्हैया कुमार की पदयात्रा और चिराग के बयान के बाद बिहार की राजनीति और गर्मा गई है।