बच्चे अपनी माँ के लिए मांग रहे इच्छा मृत्यु
राँची: एक माँ के दो बच्चे अपनी माँ के लिए मांग रहे इच्छा मृत्यु। जी हाँ आपने सही सुना, अपनी माँ के लिए इच्छा मृत्यु। गिरिडीह के रहने वाली उषा देवी के दोनों बच्चे सरकार से अपनी माँ की मौत की मांग करते हुए राजधानी रांची स्थित रिम्स के इमरजेंसी के बाहर धरने पर बैठे हैं। गिरिडीह निवासी उषा देवी को ब्लैक फंगस है। और पिछले डेढ़ महीने से रिम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं। आपको बता दें कि उषा देवी गिरिडीह में ही 5 मई को कोविड पॉजिटिव हुई थी। म्यूकर के लक्षण दिखने के बाद जांच हुई और ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। जिसके बाद गिरिडिह सदर से रिम्स रेफर कर दिया गया था। रिम्स के डॉक्टर ने कहा है उषा देवी का ऑपरेशन करना होगा और ये ऑपरेशन के लिए उषा देवी को केरल या अहमदाबाद ले जाने की सलाह रिम्स के डॉक्टरों ने दी है। रिम्स के डॉक्टरों की सलाह सुनते ही उषा देवी के दोनों बच्चो के पैरों तले से जमीन खिसक गई। उन्हें अब ये समझ नही आ रहा है कि अपनी माँ की जान बचाने के लिए वे क्या करें। उषा देवी के परिजन रिम्स में काफी परेशान हैं। गौरतलब है कि इससे पहले गिरीडिह में म्यूकर की जांच हुई थी, 14 मई को पुष्टि के बाद 16 मई को रिम्स रेफर किया गया। मरीज के बेटे गाैरव गुप्ता ने बताया कि रिम्स लाने के बाद एम्फोथेरेसिन समेत अन्य दवाइयां शुरू हुई। इलाज के दौरान हीं बाएं आंख की रौशनी चली गई। डॉक्टर ने आंख निकालने की सलाह दी है। लेकिन इसके लिए ऑपरेशन के लिए टाल मटौल किया जाता रहा । अब कहा जा रहा है कि रांची से बाहर ले जाकर इलाज कराने को । ऐसे में अब इनके पास इतना सामर्थ्य नही बचा है कि वे अपनी माँ की जान बचाने के लिए बाहर ले जाये। हालांकि पिछले डेढ़ महीने में उषा देवी के दोनों बच्चो में अपनी माँ की इलाज पर डेढ़ से 2 लाख रुपये खर्च कर दिए है। इन बच्चो की मांग है कि या तो उनकी माँ का बेहतर इलाज रिम्स में कराया जाए , नही तो इच्छा मृत्यु की अनुमति सरकार दे।