अनिल अंबानी की कंपनी ने रचा इतिहास: भारत की पहली निजी रक्षा अपग्रेड फर्म बनी, 5000 करोड़ के निवेश की योजना
1 min read
न्यूज़टेल डेस्क:अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने देश की रक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। कंपनी भारत की पहली निजी फर्म बन गई है जो किसी भी सैन्य विमान के संपूर्ण अपग्रेड प्रोग्राम को बिना मूल निर्माता (OEM) के स्वतंत्र रूप से संचालित कर रही है। अब तक यह कार्य केवल सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों और विदेशी कंपनियों तक सीमित था। कंपनी ने 55 डॉर्नियर-228 विमानों का सफलतापूर्वक अपग्रेड कर यह सफलता हासिल की

इस परियोजना की कुल लागत 350 करोड़ रुपये रही, जिसमें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और अमेरिकी कंपनी Genesys Avionics भी साझेदार रहीं। इन विमानों का उपयोग भारतीय वायुसेना, नौसेना और तटरक्षक बल द्वारा किया जा रहा है। अब रिलायंस अगले 7 से 10 वर्षों में 5000 करोड़ रुपये के रक्षा अपग्रेड बाजार को लक्ष्य बना रही है, जिसमें पुराने सैन्य विमानों और हेलीकॉप्टरों को आधुनिक तकनीकों से लैस किया जाएगा।

यह पहल ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है। कंपनी अब हेलीकॉप्टर और अन्य सैन्य प्लेटफॉर्म्स के लिए भी अपग्रेड सेवाओं को विस्तारित करने की योजना बना रही है। इसके साथ ही वह राफेल लड़ाकू विमानों के परफॉर्मेंस-बेस्ड लॉजिस्टिक्स (PBL) प्रोग्राम में भी फ्रांसीसी कंपनी Thales के साथ काम कर रही है। यह मॉडल निवेशकों के लिए भी एक आकर्षक अवसर बनता जा रहा है क्योंकि इसमें नियमित आय और वैश्विक साझेदारियों की संभावनाएं मौजूद हैं।