25 साल बाद Microsoft ने छोड़ा पाकिस्तान: बिगड़ते आर्थिक माहौल और अस्थिरता बनी वजह
1 min readन्यूज़टेल डेस्क:दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान में अपने 25 वर्षों के ऑपरेशन को समाप्त करने का निर्णय लिया है। इस बात की जानकारी माइक्रोसॉफ्ट पाकिस्तान के पहले प्रमुख जव्वाद रहमान ने एक लिंक्डइन पोस्ट में दी। उन्होंने लिखा कि अब कंपनी ने पाकिस्तान में अपना ऑफिस बंद करने का फैसला कर लिया है और बचे हुए कुछ कर्मचारियों को इसकी औपचारिक सूचना भी दे दी गई है।

माइक्रोसॉफ्ट बीते कुछ वर्षों से धीरे-धीरे पाकिस्तान में अपने स्टाफ और संचालन को घटा रहा था, लेकिन अब पूरी तरह से वहां से बाहर हो गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब केवल एक ऑफिस बचा है, जिसमें महज पांच लोग कार्यरत हैं। रहमान ने इसे केवल कॉरपोरेट एग्जिट न मानकर एक बड़े संकेत के रूप में देखा है कि पाकिस्तान का माहौल अब वैश्विक कंपनियों के लिए सुरक्षित और स्थिर नहीं रहा।

माइक्रोसॉफ्ट का यह फैसला पाकिस्तान की पहले से ही कमजोर अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। कंपनी का वैश्विक स्तर पर 190 से अधिक देशों में संचालन है, और यह क्लाउड कंप्यूटिंग, एआई, साइबर सिक्योरिटी समेत तमाम तकनीकी क्षेत्रों में अग्रणी मानी जाती है। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अलवी ने भी इस फैसले पर चिंता जताई और इसे देश के आर्थिक भविष्य के लिए चेतावनी करार दिया।