प्रशासन निष्पक्ष जांच करें और असली दोषियों को सजा दे : सरबजीत सिंह

जमशेदपुर : भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन के जमशेदपुर नगर उपाध्यक्ष सरबजीत सिंह ने सरदार शैलेन्द्र सिंह पर लगे आरोपों को खण्डन करते हुए कहा कि पिछले दिनों स्व प्रितपाल सिंह एवं उनकी पुत्री द्वारा की गई आत्महत्या की घटना से उनके परिवार के प्रति पूरे सिख समाज को सहानुभूति है एवं समाज उनके साथ हमेशा खड़ा है, लेकिन इसके साथ ही बहुत अफसोस की बात है कि सरदार शैलेंद्र सिंह जैसे इंसान को भी इस केस में घसीटा जा रहा है। परिवार के लोगों को ऐसे संकट की घड़ी में बहुत ही सूझबूझ से बिना किसी दबाव के काम लेना चाहिए, सरदार शैलेंद्र सिंह जिन्होंने आज तक हजारों परिवारिक एवं सामाजिक विवादों को बड़ी ही सुझबुझ के साथ सुलझाया है। कभी भी उनके ऊपर किसी ने कोई आरोप नहीं लगाया, आज कुछ लोग उन्हें बदनाम करने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। अगर ऐसे ही आरोप समझौता कराने वालों पर लगते रहे तो फिर वो दिन दूर नहीं कि किसी भी विवाद को सुलझाने के लिए कोई सामने नहीं आएगा और हमें भी अन्य लोगों की तरह छोटे बड़े सभी विवादों के लिए कोर्ट का सहारा लेना पड़ेगा, जो कि आज तक हमारे समाज में नहीं करना पड़ा था। सारे समझौते गुरुद्वारों में या हमारी सामाजिक संस्थाओं द्वारा करा लिए जाते थे। मैं शैलेंद्र सिंह पर केस किए जाने की कड़ी निंदा करता हूं और एसएसपी साहब से यह गुजारिश करता हूं कि इसकी निष्पक्ष जांच करके असली दोषियों को सजा दी जाए और समाज के सेवक सरदार शैलेंद्र सिंह का नाम इस केस से हटा दिया जाए।