जमशेदपुर का एक युवक होम मेड मोटर साईकिल बना किया चाइना को चैलेंज
1 min readजमशेदपुर के एक छात्र ने चाइना को किया चैलेंज । बहुत कम लागत में बना डाली बिना ईंधन से चलने वाली मोटर साईकिल । कहा चाइना मतलब कुछ नही उससे बेहतर समान यहां बन सकता है बस सरकार का साथ होना चाहिए ।
भारत की प्रतिभा को दुनिया के मानचित्र में स्थान रखने वाले सभी देश जानते है की भारत की प्रतिभा अपने पर आ जाए तो क्या कुछ नही कर सकती जिसका एक उदाहरण जमशेदपुर की सड़कों पर सरपट दौड़ाता यह होम मेड मोटर साईकिल है जिसे डिजाइन से लेकर निर्माण करने वाला एक गरीब युवक कामदेव है ।

कहते है बचपन मे बच्चों का किया गया चिंतन- मंथन ही उसकी प्रतिभा बनती है होम मेड मोटर साईकिल जमशेदपुर में निर्मित करने वाले युवक बताते है बचपन मे उनके पिता एक खिलौना खरीद कर दिए जो चलता था वही से प्रेरणा पा कर यह मोटरसाइकल बनाया गया है जिसमे गेयर नही है ना ही पेट्रोल ,डीजल की जरूरत है यह बैटरी से चलने वाला गाड़ी है जो 30 हजार में उपलब्ध हो सकती है जिसमे पैडल भी लगा है जो किसी भी परिस्थिति में काम आएगी वही कामदेव बताते है आज अगर सरकार या कोई बड़ी कंपनी इसे हायर करे तो यह भारत के बाजार में बड़ा स्थान ले सकती है । उन्होंने कहा चाइना इन मामलों में कुछ नही है उसका बनाया समान सस्ता रहता था जो हम भारत वासी भी बना सकते है और चाइना के सामानों का बाजार पर कब्जा था उस स्थान को भर सकते है ।
