पेगासस जासूसी कांड का विरोध, निष्पक्ष जांच के लिए प्रदेश कांग्रेस ने किया राजभवन मार्च
राँची : पेगासस जासूसी कांड के विरोध की गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है। पूरे देश के साथ साथ झारखंड में भी विपक्ष इस मुद्दे पर सड़को पर उतर अपना विरोध दर्ज करा रहा है। इसी क्रम में आज राँची में वित्त मंत्री सह प्रदेश काँग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में पेगासस जासूसी कांड के मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस ने देश के गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए और इस पूरे जासूसी कांड की सुप्रीम कोर्ट के द्वारा निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग करते हुए आज राजभवन मार्च किया और राजभवन के समक्ष धरना दिया।
वही इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये सरासर कानून का , संविधान के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है ।पेगासस सॉफ्टवेयर द्वारा विपक्ष के नेताओ, मीडिया के लोगो के साथ साथ वैसे लोगो की जासूसी हो रही है जो सरकार के विरोध में बोलते रहते हैं। इस स्पाई वेयर के द्वारा जासूसी कराना सरासर गलत है संविधान के विरुद्ध है। हम मांग करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट इसपर स्वयं संज्ञान ले और स्वयं निष्पक्ष जांच एजेंसी तय कर उससे जांच कराए।
वही पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की जासूसी हुआ, चुनाव आयोग के अधिकारी का जासूसी हुआ, कैबिनेट मंत्री की जासूसी हुआ। नेता विपक्ष राहुल गांधी के साथ साथ 40 पत्रकारों का नाम आया है जिनकी जासूसी हुई । आज एक दैनिक अखबार के विरुद्ध देश व्यापी छापे पर रहे हैं। जो लोग बोलने की आजादी की स्वतन्त्रता के समर्थको के खिलाफ ये दम घोटू जासूसी इजरायली सहयोग से किया जा रहा है । सुप्रीम कोर्ट ने ऑब्जरवेशन दिया है कि देश का तड़ीपार उनके खिलाफ जासूसी करेगा । इस।मामले में सुप्रीम कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच बैठानी चाहिए। फ्रांस ने , इजरायल ने जांच बैठाई है तो यंहां क्यों नही।