झारखंड के जमशेदपुर की बेटी ने बढ़ाय देश का मान
जमशेदपुर : झारखंड के जमशेदपुर की बेटी ने बढ़ाय देश का मान। विश्वकप प्रतियोगिता पैरिस में लौहनगरी की बेटी कोमोलिका बारी ने गोल्ड जीत शहर पहुचने पर क्षेत्र के विधायक घर पहुच मिठाई खिला सम्मान बढ़ाया कहा प्रतिभा है और आगे जाएगी। वही कोच ने कहा लड़कियों के लिए बहुत सुंदर है आर्चरी जिसमे राज्य, देश के साथ आपका खुद का भविष्य होता है सुंदर। भारत देश की बेटियों की प्रतिभा और हौसला से दुनिया वाकिफ है चाहे रानी लक्ष्मी बाई की बात हो या फिर पिटी उषा की बात की जाए। वर्तमान दौर में भी भारत की बेटियां सभी क्षेत्रो में परचम लहरा रही है जहां पिछले दिनों पैरिस में हुए विश्वकप आर्चरी प्रतियोगिता में भी झारखंड की बेटियों ने अपने एकाग्रता का सबूत गोल्ड जीत कर दिया जिसमें एक प्रतिभा जमशेदपुर की कोमोलिका बारी जो विश्वकप स्टेज थ्री में गोल्ड पदक जीत सबको चौका दिया जिसका शहर आगमन होने पर शहर वासियों के साथ क्षेत्र के विद्यायक सरयू राय बधाई देने घर पहुच अंगवस्त्र दे मिठाई खिला कहा हमारे जमशेदपुर सहित पूरे देश के लिए गर्व की बात है आज बारी की उम्र कम और प्रतिभा काभी है तो अनुमान लगाया जा सकता और आगे जाएगी यह जमशेदपुर की बेटी। जीवन का लक्ष्य साधने वाली अपने कर्मो का लक्ष्य भेदन करने में सफल होने वाली कोमोलिका बारी इस जीत में सभी गुरुजनों का आशीर्वाद के साथ सच्ची लगन और अपने मेहनत का फल बताती है जो इतना प्यार और सम्मान को देख काभी खुश है। खिलाड़ी के मेहनत का श्रेय उसके कोच को जाता है मगर कोमोलिका के कोच पूर्णिमा महतो इस सफलता को खिलाड़ी के मेहनत और उसके आत्मबल को देते हुए बताती है अब लडकिया किसी से पीछे नही। इस खेल में लड़कियों को आना चाहिए कारण मन शांति के साथ जीवन मे सफलता की सुंदर सीढ़ी है। जमशेदपुर आर्चरी संघ ने कहा कि झारखंड की बेटियों की इस जीत में भले ही योगदान कोच या खिलाड़ी का हो मगर कही ना कही झारखंड के संस्कृति में झारखंडियों के परंपरागत हथियार तीर धनुष का होना भी यहां के खिलाड़ियों को प्रेरित करता है ।