सीवान में संविधान दिवस पर भाकपा (माले) का प्रतिरोध मार्च, मजदूर-किसान अधिकारों की रक्षा का संकल्प
बिहार:संविधान दिवस के अवसर पर सीवान में भाकपा (माले) ने प्रतिरोध मार्च निकाला, जिसमें बड़ी संख्या में मजदूर, किसान, महिलाएं और युवा शामिल हुए। मार्च ललित बस स्टैंड से शुरू होकर बबुनिया मोड़ होते हुए जेपी चौक पर सभा में बदल गया। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) के जिला सचिव हंसनाथ राम ने कहा कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को अंगीकृत और 26 नवंबर 1950 को लागू किया गया, लेकिन आज संविधान और लोकतंत्र पर लगातार हमले हो रहे हैं। उन्होंने किसानों और मजदूरों के मुद्दों पर भी चिंता जताई और कहा कि लेबर कोड लागू होने के बाद मजदूरों के आठ घंटे के काम को बारह घंटे में बदलने का प्रयास हो रहा है तथा यूनियन बनाने के अधिकार पर भी हमला किया जा रहा है। उन्होंने बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष ने जनता को छलकर सत्ता हासिल की है और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बुलडोजर राज की तैयारी की जा रही है। मार्च का नेतृत्व जिला सचिव हंसनाथ राम, किसान महासभा के जयनाथ यादव, छात्र नेता विकास यादव और अन्य स्थानीय नेताओं ने किया।