चुनावी अनियमितताओं के खिलाफ कांग्रेस का कैंडल मार्च, राहुल गांधी के आह्वान पर आंदोलन तेज।

न्यूज टेल डेस्क: पूर्वी जमशेदपुर में जिला कांग्रेस कमिटी ने चुनाव आयोग पर लगे गंभीर आरोपों को लेकर कैंडल मार्च निकाला। पार्टी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सोनकर के नेतृत्व में यह मार्च जेएनएसी ऑफिस से सकची गोलचक्कर तक निकला, जिसमें सैकड़ों कार्यकर्ता और समर्थक पोस्टर व बैनर के साथ शामिल हुए। सोनकर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि लाखों मतदाताओं के नाम काटे जाना एक सुनियोजित साजिश है, जिसके तहत जनता को उनके संवैधानिक अधिकार से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने भाजपा और चुनाव आयोग पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने का आरोप लगाया।

बिहार और अन्य राज्यों में मतदाता सूची में धांधली के आरोप
कांग्रेस का कहना है कि बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण के नाम पर अब तक करीब 65 लाख मतदाताओं के नाम काटे जा चुके हैं, जबकि पिछले तीन महीनों में एक भी नया नाम जोड़ा नहीं गया। वहीं, कई राज्यों से मृत व्यक्तियों के नाम सूची में शामिल होने और जीवित लोगों को मृत घोषित करने की खबरें आ रही हैं। सोनकर ने चेतावनी दी कि अगर जनता का मताधिकार छीना गया तो इसका असर रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर भी पड़ेगा।

जन मुद्दों पर चुप्पी और आंदोलन का आह्वान
सोनकर ने उत्तर प्रदेश में 27,000 स्कूल बंद करने और उत्तराखंड के धराली गांव में भूस्खलन जैसी घटनाओं पर मीडिया की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अगर जनमत का अपहरण कर सरकार बनेगी तो जनता की समस्याओं का समाधान नहीं होगा। राहुल गांधी के आह्वान पर कांग्रेस इसे जिला, राज्य और फिर राष्ट्रीय स्तर पर बड़े आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाएगी। कार्यक्रम में बब्लू झा, राकेश साहू, अमित दुबे, साजिद, देव शरण सिंह, कुलदीप सिंह, अखिलेश यादव समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।