तुलसी भवन में बालकृष्ण भट्ट और नागार्जुन की जयंती पर काव्य कलश का आयोजन।
1 min read
न्यूज टेल डेस्क: सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन एवं तुलसी भवन द्वारा प्रयाग कक्ष में मासिक काव्य कलश और महान साहित्यकार बालकृष्ण भट्ट एवं वैद्यनाथ मिश्र ‘नागार्जुन’ की जयंती पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अध्यक्षता सुभाष चन्द्र मुनका ने की तथा संचालन अशोक पाठक ‘स्नेही’ द्वारा हुआ। स्वागत वक्तव्य प्रसन्न वदन मेहता ने दिया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अजय कुमार ओझा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संस्थान के न्यासी अरुण कुमार तिवारी उपस्थित रहे।

साहित्यिक जीवन पर हुआ विचार-विमर्श, सरस्वती वंदना से हुआ शुभारंभ।कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्प अर्पण से हुआ। डॉ. वीणा पाण्डेय ‘भारती’ ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इसके उपरांत सुरेश चन्द्र झा ने बालकृष्ण भट्ट और ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र ने नागार्जुन के साहित्यिक योगदान पर प्रकाश डाला। दोनों साहित्यकारों के रचनात्मक जीवन और हिन्दी साहित्य में उनके योगदान को विस्तार से प्रस्तुत किया गया।

42 कवियों ने किया स्वरचित कविता पाठ, राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन।कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण काव्य कलश सत्र में शहर के 42 प्रमुख कवियों ने भाग लिया और अपनी स्वरचित कविताओं का पाठ किया। कवियों में डॉ. यमुना तिवारी व्यथित, नीलिमा पाण्डेय, बलविंदर सिंह, उपासना सिन्हा, कैलाश नाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’, विमल किशोर विमल समेत कई साहित्यकार शामिल रहे। कार्यक्रम में साहित्य समिति के सचिव डॉ. अजय कुमार ओझा, माधुरी मिश्र, सुजय कुमार सहित अन्य साहित्य प्रेमियों की सक्रिय उपस्थिति रही। अंत में सामूहिक राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
