SMS कोड G, T, S और P का मतलब नहीं जानते? यही लापरवाही बन सकती है साइबर फ्रॉड का कारण, DLT कोडिंग सिस्टम को समझिए
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                न्यूज़टेल डेस्क:आजकल जब भी आपके मोबाइल पर कोई SMS आता है, तो उसमें शुरुआत में एक कोड होता है जैसे AD-650025-P या VM-GPAY-T। ये कोड केवल संयोग नहीं होते, बल्कि ये आपके मोबाइल नंबर पर आए मैसेज की असलियत बताने का संकेत हैं। दुर्भाग्यवश, अधिकतर लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं, जो कि साइबर फ्रॉड का कारण बन सकता है। ऐसे में DLT कोडिंग सिस्टम की जानकारी होना बेहद जरूरी है।

DLT यानी Distributed Ledger Technology एक ऐसा सिस्टम है जिसे TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों के लिए अनिवार्य किया है। इसके तहत हर SMS एक फॉर्मेट (जैसे XY-BRANDID-CATEGORY) में आता है, जहां CATEGORY में P, T, S और G जैसे अक्षर होते हैं। इनमें “P” प्रमोशनल SMS, “T” ट्रांजैक्शनल, “S” सर्विस और “G” गवर्नमेंट मैसेज को दर्शाता है। उदाहरण के तौर पर, VM-HDFCBK-T का मतलब है HDFC बैंक का ट्रांजैक्शनल मैसेज जिसे Vodafone महाराष्ट्र नेटवर्क से भेजा गया

इन कोड्स की जानकारी रखने से न केवल फेक मैसेज और स्पैम से बचा जा सकता है, बल्कि साइबर फ्रॉड से भी सुरक्षा मिलती है। यह पहचानने में मदद करता है कि कोई SMS असली है या ठगी का प्रयास है। अगली बार जब आपके फोन पर कोई मैसेज आए तो उसमें मौजूद कोड पर जरूर ध्यान दें क्योंकि सतर्कता ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है।